भगोड़े मेहुल चौकसी के भरपूर कुटाई का विश्लेषण
अंतरराष्ट्रीय दलाल राजीव सक्सेना को बाथरूम से घसीट कर दुबई मे भारतीय हवाई जहाज में बिना किसी औपचारिकता के लाद दिया गया था।
Positive India:Satish Chandra Mishra:
दिल्ली में एक चाय वाला 7 सालों से केवल एक ही पाठ पढ़ और पढ़ा रहा है…
भारत से 13.26 हजार किलोमीटर दूर डोमिनिका पुलिस की हिरासत में सूजी हुई आंख और लगभग अधमरी हालत में लंगड़ाते लड़खड़ाते हुए चल रहे मेहुल चौकसी का वीडियो लगभग पूरा हिन्दूस्तान देख चुका है। मेहुल चौकसी की वह हालत यह बता रही है कि डोमिनिका पुलिस की हिरासत में पहुंचाने से पहले उसे एंटीगुआ से उठा लेने वाली टीम ने रुई की तरह धुना है। उसकी भरपूर कुटाई बहुत जमकर की है। चौकसी की बीबी और वकील लगातार यह कह रहे हैं कि चौकसी को उठाने वाले लोगों में भारतीय एजेंसियों के कुछ अफसर थे।
दूसरी घटना केवल ढाई वर्ष पहले की है। मां बेटा बेटी दामाद की दो नंबरी कमाई को खपाने, सेट करने का काम करने वाले कुख्यात अंतरराष्ट्रीय दलाल राजीव सक्सेना को उसके घर के बाथरूम से घसीट कर दुबई के एक निजी हवाई अड्डे पर खड़े भारतीय हवाई जहाज में बिना किसी औपचारिकता के आननफानन में जब लाद दिया गया था तो उसके शरीर पर केवल जांघिया मात्र था। उसी हालत में उसको लेकर भारतीय हवाई जहाज भारत रवाना हो गया था। सक्सेना के वकीलों को खबर लगने और उनके हुड़दंग शुरू करने से पहले ही वह भारतीय हवाई जहाज आसमान की ऊंचाईयों को छू चुका था। सक्सेना को हवाई जहाज में ही कपड़े पहनाए गए थे। दुबई में फाइव स्टार ऐशोआराम की जिंदगी जीने वाला सक्सेना तब ही से तिहाड़ में सीमेंट के चबूतरे पर दो कंबल और एक तसला गिलास के सहारे जिंदगी गुजार रहा है। मां बेटा बेटी दामाद की दो नंबरी कमाई के कई राज उगल चुका है। विदेशों में उनकी बेनामी सोने की लंका का बड़ा हिस्सा राख करवा चुका है।
इनके अलावा भारतीय एजेंसियों की प्रचंड पैरवी के कारण नीरव मोदी लंबे समय से लंदन की जेल में बंद है। देश विदेश स्थित उसकी सारी सम्पत्ति जब्त हो चुकी है। किसी भी समय उसको भी लंदन से भारत आ रहे हवाई जहाज पर लाद देने की खबर मिल सकती है। विजय माल्या की भी यही स्थिति है। भारतीय बैंकों का लगभग साढ़े सात हजार करोड़ रुपया हड़प कर भागे विजय माल्या की लगभग 15 हजार करोड़ की सम्पत्ति जब्त की जा चुकी है। लंदन में अदालतों और जेलों के चक्कर लगाते लगाते लगभग कंगाल हो चुका माल्या भी इंतिजार कर रहा है कि किसी भारतीय जहाज पर उसे कब लादा जाएगा।
क्रिश्चियन मिशेल, संजय तलवार सरीखे मां बेटा बेटी दामाद के दलाल गुर्गे भी खाड़ी देशों से जिस तरह भारत लाए गए हैं.? ऐसा पहले कब हुआ है.?
13 हजार किलोमीटर दूर जाकर देश से फरार अपराधी को मार मारकर अधमरा पहले कब किया गया था.? पिछले कुछ वर्षों के दौरान घटे ऐसे घटनाक्रमों की गूंज पूरी दुनिया में सुनी गयी हैं। भारतीय एजेंसियों के अधिकारियों के साहस और सक्रियता से दुश्मनों के खेमें में दहशत का माहौल है। ऐसे दुस्साहसी ऑपरेशन अबतक केवल इज़राइल करता था।
भारतीय एजेंसियों के अधिकारी हमेशा से ही इतने साहसी और सक्रिय रहे हैं लेकिन पहले हमने ऐसे घटनाक्रम इसलिए नहीं देखे सुने क्योंकि तब हामिद अंसारी सरीखे आस्तीन के सांप ही भारतीय एजेंसियों के अधिकारियों को डंस लिया करते थे। विदेशों में उन की मुखबिरी कर के उनके हाथ पांव मुस्लिम देशों की एजेंसियों से तुड़वा दिया करते थे। ईरान में उसके द्वारा की गई ऐसी करतूतों का जिक्र कई गुप्तचर अधिकारियों ने खुलकर किया है।
लेकिन मौसम और माहौल अब इसलिए पूरी तरह बदल चुका है क्योंकि दिल्ली में एक चाय वाला 7 सालों से केवल एक ही पाठ पढ़ रहा है और पूरी दुनिया को पढ़ा रहा है कि… INDIA FIRST
साभार:सतीश चंद्र मिश्रा-(ये लेखक के अपने विचार है)