Positive India:Dr.Chandrakant Wagh:
आज समाचार पत्रों में नया रायपुर मे करोड़ों के विधानसभा के शिलान्यास की खबरें प्रमुखता से है । सर्व सुविधा युक्त यह विधानसभा शायद देश के अच्छे विधानसभा मे से एक होंगी । जो नेता हमे सादगी का संदेश देते है, पर व्यवहार में वो इसके विपरीत काम करते हैं । विधान सभाओं में बहस के दौरान जब जन प्रतिनिधि अश्लील फिल्म देखते निलंबित होते है तो कोई आश्चर्य नही होता । विधानसभा में छोटी छोटी बात पर बहिष्कार आम बात है । महाबली विधायकों द्धारा माइक कुर्सी फेंकने का दृश्य लोगों ने देखा हुआ है ।
विधायकों द्वारा बलात्कार के मामलों में और हत्या के मामलों में विधायकों को आजीवन कारावास की सजा भी हुई है । डाॅन जैसे विधायक भी आज जेलों की हवा खा रहे है । बाकी छोटे मोटे अपराध जो लोगों के संज्ञान में भी नहीं आते, उस पर तो कोई बात ही नहीं है ।
सर्व सुविधा युक्त विधान सभा छत्तीसगढ़ के विकास में कितना अहम साबित होगा, यह आने वाला समय ही बताएगा । यह जरूर है कि यह विधानसभा छ.ग के पर्यटन स्थलों मे भी शामिल हो जाये तो कोई बड़ी बात नहीं है । पर प्रदेश के लोगो को उस दिन का इंतजार ज्यादा रहेगा कि हमारे जनप्रतिनिधि इस सर्व सुविधा युक्त विधान सभा मे अगर संसदीय परंपरा का कीर्तिमान स्थापित करते है तो यह हमारे लिए ज्यादा गौरवान्वित करने वाली बात होगी । प्रदेश के विकास के लिए वो उच्च स्तरीय बहस देखने को मिले, तो यह खर्चा सामयिक होगा । परन्तु अपनी सुविधा के लिए यह खर्च जरूर लोकतंत्र का दुरुपयोग ही कहा जाएगा ।
लोकतंत्र मे संसदीय परंपरा का डिग्रेडेशन धीरे-धीरे हो रहा है,जिसे देश भी देख रहा है । मध्यप्रदेश व राजस्थान इसका सर्वोत्तम उदाहरण हैं । अपने महत्वाकांक्षा के लिए पूरे महीने यह नाटक और मेल-मिलाप लोगों के हल्क के नीचे नहीं उतर रहा है । एक दूसरे के लिए जो अपमान जनक संबोधन हुए हैं, यह राजनीति का एक हिस्सा ही है । आज आवश्यकता है जनप्रतिनिधियो के व्यवहार में पारदर्शिता लाने की और नैतिकता के समावेश की। इन्हें आवश्यकता है अपने राजनीतिक वजूद को किनारे कर सादगी से रहने की ।
जब जनप्रतिनिधि पूरे लाव लश्कर के साथ निकलेगा तो आम नागरिकों के साथ कहां न्याय कर पायेगा । कल ही इंदौर में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ अपनी बात कहने के लिए एक महिला को कितनी मशक्कत करनी पड़ती है, यह वही जानती है ।
रास्ते से पुलिस वाले नागरिकों जिस तरह से हटाते हैं वो दुर्भाग्य जनक व अपमान जनक दोनों है । पुलिस वालो के द्वारा हटाने के बाद भी महिला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने मे कामयाब हो गई । पर कितने लोग ऐसा कर सकते हैं । मध्यप्रदेश की भी विधान सभा नई बनी थी, तो कुछ नेताओं के असामयिक मृत्यु के कारण उसमें फिर वास्तुदोष देखा जाने लगा । शायद वास्तु के हिसाब से उसमे फेर बदल किया गया । उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ की नई विधानसभा यह सब देखकर ही बनाया जा रहा होगा । चलो नई विधान सभा प्रदेश के लिए लाभदायक सिद्ध होगी, इसी आशा के साथ । बस इतना ही
लेखक:डा.चंद्रकांत वाघ-अभनपूर