क्या अमित शाह ही हैं आधुनिक भारत के चाणक्य
Amit Shah is the Chanakya of modern India
Positive India:Raipur:महाराष्ट्र की हैरतअंगेज राजनीति तथा देवेंद्र फडणवीस का दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेना, यही सिद्ध कर रहा है कि अमित शाह आधुनिक भारत के चाणक्य हैं। जब राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी सोनिया गांधी, शरद पवार, अहमद पटेल, उद्धव ठाकरे जैसे नेता लगातार तीन दिनों से शिवसेना, राकपा, कांग्रेस की सरकार बनाने की कवायद में जुटे हुए थे तब अमित शाह ने एक ऐसा पासा फेंका कि यह सभी चारों खाने चित्त हो गये; किसी को कानो कान खबर तक नहीं हुई ।घटनाक्रम इतनी तेजी से बदला कि बड़े-बड़े पॉलिटिकल पंडित, और तो और मीडिया भी हतप्रभ है कि यह क्या हो गया? बिना उनके जाने बिना? बिना किसी आभास के!
शनिवार की सुबह लोग अभी फ्रेश भी नहीं हुए होंगे, कुछ लोग तो अभी बिस्तर से उठे भी नहीं हुए होगे, कि महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हट जाता है, देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले लेते हैं और जाते जाते महाराष्ट्र की बागडोर भारतीय जनता पार्टी के हाथ में चली आती है। सबसे बड़ी हिट तो यह रही की महाराष्ट्र के गॉड मैन कहे जाने वाले शरद पवार भी इस मामले में अपनी अनभिज्ञता जाहिर कर रहे हैं। क्या वाकई शरद पवार को मालूम नहीं था कि क्या घटने वाला है? यह एक यक्ष प्रश्न है।
वाकई कितना बेहतरीन राजनीतिक नजारा था सुबह का! बारात सजी हुई है, दुल्हन बैठी हुई है, दूल्हा तैयार हो रहा है और इंतजार कर रहा है कि कब फेरे होंगे और सत्तारूपी दुल्हन को अपनी दुल्हनिया बनाएगा। तब तक एक अप्रत्याशित घटना या दुर्घटना घट जाती है। उस दूल्हे की तैयारी धरी की धरी रह जाती है, बाराती वही खड़े रह जाते हैं और चुपके से एक दूल्हा आता है और महाराष्ट्र रूपी दुल्हनिया का 5 साल के लिए वर्ण कर लेता है। सभी बाराती अब हतप्रभ है, हैरान है, परेशान है, और अपना सिर खुजा रहे हैं। तथाकथित दूल्हा कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रह जाता है। पुत्र मोह में उद्धव ठाकरे को ना माया मिली ना राम। चुनाव पूर्व गठबंधन को तोड़कर उद्धव ठाकरे ने राजनीतिक पाप तो किया ही था और दूसरा बड़ा पाप करने जा रहे थे राकपा तथा कांग्रेस के साथ मिलकर सत्ता हथियाने का। यह सरासर महाराष्ट्र की जनता के जनादेश का अपमान था
पर अमित शाह ने अपने बुद्धि बल के सहारे इस घटनाक्रम को पलट दिया और देवेंद्र फडणवीस ने कल सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली । इसे कहते हैं चाणक्य बुद्धि। अमित शाह राजनैतिक अखाड़े के सिर्फ मंजे हुए खिलाड़ी ही नहीं है बल्कि आधुनिक भारत के चाणक्य हैं। अगर मोदी सरकार 300 के पार बड़ी मजबूती से दुबारा केंद्र में स्थापित हुई है तो इसके पीछे की रणनीतिक चाल अमित शाह की ही थी और आज अगर भाजपा महाराष्ट्र की सत्ता पर दोबारा काबिज हो पाई है तो इसके पीछे भी सिर्फ और सिर्फ आधुनिक चाणक्य अमित शाह ही है। यह नारा वाकई सही है कि मोदी है तो मुमकिन है