वाहियात मूवी आदिपुरुष ने धार्मिक कथाओं की छीछालेदर कर दी
-संदीप तिवारी 'राज' की कलम से-
Positive India:Sandeep Tiwari “Raj”:
बाहुबली सुपर हिट हो जाने के कारण प्रभास इस ब्रम्हाण्ड के सबसे ओवर रेटेड एक्टर बन चुके हैं और आदिपुरुष एक बिना रिसर्च के बनाई गई वाहियात मूवी है।
मूवी में तथ्यों की ऐसी-तैसी कर दी गई है।
डायलॉग्स के नाम पर मूवी में कुछ भी नहीं है।
एक्टिंग के नाम पर मूवी में कुछ भी नहीं है।
कुछ लोगों का कहना है कि हमें यह मूवी इसलिए देखनी चाहिये क्योंकि यह हमारे धर्म की कथा दिखाती है तो मैं ऐसे लोगों से यह कहूँगा कि भाई साहब आप निरे पशु हैं।
क्योंकि अपनी धार्मिक कथाओं की छीछालेदर को प्रमोट करना सिर्फ आप सा कोई पशु ही कर सकता है। धर्म के नाम पर कुछ भी अल्ल-बल्ल देखकर इस तरह उछलना बस आपको ही शोभा दे सकता है।
रावण जो कि सबसे बड़ा शिवभक्त है उसकी भुजाओं पर बंधी रुद्राक्ष की माला को मूवी में टूट नीचे गिरते दिखाया गया है। यह साबित करता है कि या तो आप शिव के लिए रावण की भक्ति नहीं जानते या कि फिर एक शिवभक्त के लिये रुद्राक्ष का महत्व।
हनुमान जी का माता सीता से अशोक वाटिका में सीधे विराट रूप में मिलना तथ्यों के मुँह पर थूक रहा है।
क्योंकि रामायण में स्पष्ट कहा गया है…
‘सूक्ष्म रूप धरि सियहि दिखावा,
विकट रूप धरि लंक जरावा’
रावण का जो ‘दशानन’ रूप दिखाया गया है उसको देखकर रावण की आत्मा दूर कहीं आसमान में खुद ‘कुम्भिपाकम’ के लिए आग पर चढ़े मटके में कूद गई होगी।
त्रेता के हिसाब से कॉस्ट्यूम्स जो सभी को पहनाई गई हैं उनको देखकर आपकी हँसी फूट पड़ेगी।
हर 10 सेकेंड के डायलॉग के बाद 30 सेकेंड का बैकग्राउंड म्यूज़िक मूवी को इरिटेटिंग बना रहा है।
प्लेनेट ऑफ एप्स जैसी हॉलीवुड मूवीज़ से कॉपी की गई वानर सेना मूवी को इरिटेटिंग बना रही है।
हनुमान जी द्वारा मुँह में हवा भरकर बनाया गया वानर रूप मूवी को इरिटेटिंग बना रहा है।
वीएफएक्स और एक्शन सीक्वेंस इससे अच्छे RRR में थे, मगधीरा में थे और बाहुबली में भी थे।
पूरी मूवी में एक भी सीन, एक भी डायलॉग, एक भी सेकेंड की ऐसी एक्टिंग नहीं है जिसको देखकर आपके मन से वाह फूट पड़े।
इससे इतर कट्टर हिन्दू शेरों के नए-नए बड़े फूफा हिन्दू हृदय सम्राट मनोज मुंतशिर शुक्ला ने जो हगा है डायलॉग्स के नाम पर वो बड़े से बड़े समेटने वाले के समेटे ना आएगा।
अगर आपने रामायण पढ़ी है, अगर आपने रामानंद सागर जी की रामायण देखी है तो आदिपुरुष आपको बहुत गंदे तरीके से निराश करने वाली है…!!
अगर आप इस तरह आपकी धार्मिक विरासतों के साथ खिलवाड़ करने वाली कथाओं को प्रमोट करते हैं तो आप इन लोगों के मन को बढ़ाकर अपनी आने वाली पीढ़ियों को गंदे तरीके से निराश करने वाले हैं।
डियर फिल्म मेकर्स तुमने जो हर सिनेमाघर में एक सीट हनुमान जी के लिए छोड़ी है ना, अगर कहीं हनुमान जी एक बार भी सच में मूवी देखने आ गए तो मार गदा चीथड़े कर देंगे तुम निर्लज्जों के…!!!
साभार:संदीप तिवारी ‘राज’-(ये लेखक के अपने विचार है)