Positive India:Dayanand Pandey:
सिर्फ़ एक टीजर के चलते सैफ अली अभिनीत प्रभास की विवादित फ़िल्म ‘आदिपुरुष'(Adipurush) की दलाली और पैरोकारी में आज इंडिया टी वी और आज तक न्यूज़ चैनल खुल कर मैदान में उतर गए। निर्देशक ओम राउत और मनोज मुंतशिर शुक्ला के लंबे-लंबे इंटरव्यू इन चैनलों ने आज कई बार दिखाया। प्राइम टाइम का विषय बनाया। यह इंटरव्यू करने वाले दलालों की दलाली और पैरवी से आदि पुरुष फिर भी चलेगी , मुझे पूरा संदेह है।
फ़िल्म ‘आदिपुरुष’ रिलीज होने से पहले ही पिट चुकी है। यह लिख कर रख लीजिए। क्यों कि सोशल मीडिया , इन दलाल चैनलों की अपेक्षा बहुत ज़्यादा पावरफुल है। जनता जानती है कि ग़लत क्या है और सही क्या है। वह दिन हवा हुए जब प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया जिस को जहां चाहते थे , भेड़ की तरह हांक देते थे।
जैसे इरफ़ान हबीब , रोमिला थापर , रामचंद्र गुहा जैसों का नकली इतिहास और उन का एजेंडा तार-तार हो चुका है ठीक वैसे ही न्यूज़ चैनलों और अख़बारों यानी मुख्य धारा की दलाली भरी पत्रकारिता की कलई खुल चुकी है। ये पब्लिक है सब जानती है। सूचना ज़रुर वह मुख्य धारा की मीडिया से लेती है और अपनी राय बनाती है पर मुख्य धारा वाली मीडिया का एजेंडा और उस की दलाली पर पानी फेरने में निपुण हो गई है।
साभार:दयानंद पांडेय-(ये लेखक के अपने विचार है)