Positive India:Rajesh Jain Rahi:
छालों को विश्राम मिलेगा,
चलने पर सुखधाम मिलेगा।
काम रहेंगे अच्छे-अच्छे,
अच्छा सा परिणाम मिलेगा।
बाँटोगे जो पीड़ा सबकी,
अन्तस् को आराम मिलेगा।
माल रहेगा अगर खरा तो,
पूरा पूरा दाम मिलेगा।
शूल बिछाकर ये मत सोचो,
मीठा तुमको आम मिलेगा।
प्रीत रहेगी सचमुच सच्ची,
मोर मुकुट घनश्याम मिलेगा।
ग़ज़ल महकती लिख कर देखो,
प्यारा सा उपनाम मिलेगा।
दिल तक जाकर दस्तक दोगे,
चाहत वाला ग्राम मिलेगा।
“राही” के संग हँस कर देखो,
सुख साथी अविराम मिलेगा।।
लेखक:कवि.राजेश जैन राही,रायपुर