विश्व क्रिकेट कप में धोनी ने ग्लव्स के जरिए दिया संदेश
धोनी ने विश्व क्रिकेट कप में खेलते हुए देश के लिए जो संदेश दिया वो स्वागत योग्य है।
Positive India:Dr.Chandrakant Wagh:
मेरे देश के क्रिकेट के खिलाड़ी धोनी ने गलब्स के माध्यम से विश्व क्रिकेट कप में खेलते हुए देश के लिए जो संदेश दिया वो स्वागत योग्य है । पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के कानून के अनुसार गलत है । हम वहाँ क्रिकेट खेलने गये है वो भी विश्व क्रिकेट कप,जबरन का विवाद पैदा करने नही गये है । आप लोगो को देशभक्ति और उसका जज्बा ही दिखाना है तो मै उसमे आप लोगो को सहयोग कर देता हू । पर आप लोगो को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी होगी, जिसके लिए आप लोग शायद ही मानसिक रूप से तैयार हो । आप लोग देश के लिए किसी भी विदेशी सामान का विज्ञापन नही करेंगे, जिससे इस देश का पैसा बाहर जाने से बचेगा, वहीं उसके विकल्प के रूप मे देशी सामान की बिक्री बढेगी; जिससे इस देश मे रोजगार पैदा होगा । आप लोग तथाकथित साफ्ट drink के विज्ञापन से भी हाथ खींचेंगे जो हमारे यहाँ के देशी पेय को खत्म कर रहे है,साथ ही हमारे युवा पीढ़ी और बच्चो को शारीरिक नुकसान भी पहुंचा रहे है । वहीं फास्टफूड या जंक फूड, जो काफी नुकसान देह है, उनके विज्ञापन बंद कर देश की तथा यहाँ के लोगो की यह बहुत बड़ी सेवा होगी । पर जो आपने किया है उस विवाद से भले आप लोग लाइम लाइट मे आ जाए, पर ये सिर्फ विवाद तक ही सीमित है; जिसका फायदा न देश को होने वाला है न नागरिको को । जिनको सेवा करनी रहती है वे बगैर किसी ताम झाम के कर लेते है और किसी को पता भी नही चलता । जब अंतरराष्ट्रीय स्तर के टेनिस खिलाड़ी गोपीचंद पुलेला ने पुरस्कार जीता तो यही सब लोग उनके पास भी गये थे । पर उन्होंने किसी भी ऐसे विज्ञापन से मना कर दिया जो हानिकारक थे । यह बात आज तक आम आदमी को पता नही है । किसी भी क्रिकेटर मे ये हिम्मत है जो अपने करोडो के विज्ञापन को लात मारकर हानि सह ले ले । यह वाक्या तो ऐसा हो गया ” सांप भी नही मरा और लाठी भी नही टूटी ” । अभी इतना ही।
लेखक:डा.चंद्रकांत वाघ(ये लेखक के अपने विचार हैं)