कमल हसन राजनीति के लिए 420 ही निकले
कमल हसन का यह बयान कि पहला आतंकवादी हिन्दू था वो भी नाथूराम गोडसे,सर्वथा निंदनीय है।
Positive India:Dr.Chandrakant Wagh: अपने धर्म या फिर हिंदू धर्म के बारे मे आपत्तिजनक टिप्पणी करने से ही लोग अपने को बुद्धिजीवी समझने लगते है। या फिर इसकी सहिष्णुता का बेजा फायदा उठाते हुए अनाप शनाप बोलो कुछ होने वाला नही है, वही मुफ्त मे चर्चित होने का फायदा भी मिल जाता है। कमल हसन का यह बयान कि पहला आतंकवादी हिन्दू था वो भी नाथूराम गोडसे,सर्वथा निंदनीय है । मालूम है कि कोई कुछ नही करने वाला है। कर लो राजनीति। यही अगर दूसरे धर्म के बारे मे टिप्पणी हुई होती तो आज उक्त कलाकार की हाईट छह ईंच कम हो जाती। चाची 420 दुर्भाग्य से राजनीति के लिए तो 420 ही निकल गये । वही सदमा ने निश्चित तौर पर सदमे मे डाल दिया है । इनके निम्न स्तर की राजनीति के कारण ये भले अपने को धर्मनिरपेक्षता का झंडा बरदार मान ले पर जान बूझकर किया गया बहुसंख्यक समुदाय के साथ किया गया अपराध है। इस तरह से ये देश को भी नुकसान पहुंचा रहे है । और देश मे सांप्रदायिक माहौल खराब करने की साजिश भी कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नही है। उक्त कलाकार ने अपनी घटिया मानसिकता का परिचय अपने व्यवसायिक समय मे किया रहता तो उसी समय ही लोग फिल्म का बहिष्कार कर जवाब दे देते । खैर, अभी भी कुछ बिगड़ा नही है लोगो को हिंदू धर्म को आहत करने का मुकदमा और एफ आई आर हर जिले मे दर्ज कर देना चाहिए । जिससे इस बंदे के जूते कानूनी झमेले में घिस जाए। इसे जिस घटिया राजनीति का शौक चढ़ा हुआ है उसका बुखार उतारने की आवश्यकता है। ये जहां भी जाये इसके कार्यक्रम का बहिष्कार और काले झंडे से स्वागत होना चाहिए । राजनीति मे विरोधियों के लिए जितने भी हथकंडे अपनाये जाते है पूरे अपनाने चाहिए । इसे ये अहसास होना चाहिए कि इसने अपनी जिंदगी का सबसे घृणित बयान दिया है । जिससे इसे बाध्य होकर जहां अपने बयान को वापस लेना पड़ेगा वही माफी मांगने को मजबूर होना पड़ेगा । आज सस्ती लोकप्रियता और चर्चित होने के लिए इस तरह के बयान आम होते जा रहे है । इस देश मे टुकड़े टुकड़े गैंग की जड़े भी दीमक की तरह हो गई है जो कहीं से भी निकल जाती है । ये लोग पूरे देश को दीमक की तरह ही खा रहे है, जो काफी दिन बाद दिखाई देता है । एक बात तय है कि अब इसके लिए वो प्यार व सम्मान इस व्यक्ति ने खो दिया है।
तीन तीन शादिया करने वाला कमल हसन जब पत्नियों और बच्चों का नही हुआ तो यह शख्स अपने धर्म और देश का क्या होगा ?
लेखक:डा.चंद्रकांत वाघ(ये लेखक के अपने विचार हैं)