हल्बा आदिवासी नाबालिग बेटी का अपहरण । FIR के 2 महीने के बाद भी अंबागढ़ चौकी पुलिस हाथ में हाथ धरे बैठी है
परिवार को संदेह नाबालिक के साथ हो रहा है गलत कृत्य
Positive India:Ambagarh Chowki:
एनिश पुरी गोस्वामी
अंबागढ चौकी- महिला उत्पीड़न और बच्चियों की सुरक्षा के लिए सरकार और सुप्रीम कोर्ट के सीधे निर्देश के बावजूद पुलिस की कार्रवाई सुधरी नहीं अपने पंगु ढर्रे पर चल रही अंबागढ़ चौकी पुलिस थाना क्षेत्र के एक गरीब आदिवासी परिवार को न्याय दिलाने में लाचार और असमर्थ साबित हो रही है। बीते 2 माह से नाबालिक के अपहरण का एफ आई आर दर्ज कर पुलिस परिजनों को भटका रही है । अहपत बेटी को आरोपी द्वारा रखे ठिकाने की संपूर्ण जानकारी पिता ने थाने के समक्ष रख दिया है बावजूद नाबालिक की बरामदगी आरोपी तक पहुंचने पुलिस किसी तरह का कदम नहीं उठा पा रही है।
उल्लेखनीय है कि अंबागढ चौकी थाना क्षेत्र से 15 किलोमीटर दूर एक गांव की आदिवासी नाबालिक बच्ची के अपहरण का मामला 7 फरवरी 2019 को अंबागढ़ चौकी थाने पहुंचा पुलिस भी तत्परता दिखाते हुए पिता के रिपोर्ट पर तत्काल एफ आई आर दर्ज किया गरीब परिवार को लगा कि पुलिस त्वरित कार्रवाई कर उनकी बेटी को बरामद कर आरोपी को सलाखों के पीछे भेजेगी परंतु एफ आई आर दर्ज होने के 2 महीने से परिवार थाने की चौखट रगड़ रगड़ कर अपनी बेटी के बरामदगी की विनती कर रहा है और अंबागढ़ चौकी पुलिस उन्हें लगातार टालती जा रही है।
1- महाराष्ट्र में है बेटी- अंबागढ चौकी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ साथ अपहरण हुई नाबालिग बेटी के महाराष्ट्र मुरूम गांव में होने की पुख्ता जानकारी पिता ने अंबागढ़ चौकी पुलिस को दे दिया है बावजूद पुलिस बच्ची को बरामद करने व आरोपी को गिरफ्तार करने में तत्परता नहीं दिखा रही है।
2- परिवार को संदेह बच्ची के साथ हो रहा है गलत कृत्य – आदिवासी हल्बा समाज से जुड़े गरीब पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने पुलिस जहां पंगु बने बैठी है वहीं परिवार को संदेह है कि उनकी बेटी को अपहरण कर अपहरणकर्ता गलत कृतियों को अंजाम दे रहा हो।
3-तत्काल देख रहा हूं इस मामले को। शैलेंद्र पांडे एसडीओपी अंबागढ़ चौकी
4- प्रताड़ना झेल रहा है परिवार- पॉक्सो एक्ट के इस गंभीर मामले में अंबागढ़ चौकी पुलिस के द्वारा अपहरण हुई नाबालिक के बरामदगी व आरोपी तक पहुंचने परिवार को कई दफे थाने बुलाया और उन्हें बैरंग वापस लौटते आ रहे हैं जिसके चलते एक तरफ से पीड़ित परिवार पुलिस के प्रताड़ना के शिकार हो रहे हैं