Positive India: Rajkamal Goswami:
राजनीति में भद्र और शालीन लोगों का सदा से अभाव रहा है । डॉ मनमोहन सिंह राजनीतिज्ञ थे भी नहीं । वे अर्थशास्त्र की अपनी विशेषज्ञता के कारण राजनीति में तब घसीटे गये जब देश को उनकी सर्वाधिक आवश्यकता थी । वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने भारत की डूबती अर्थव्यवस्था को झाड़ पोंछ कर दुबारा पटरी पर चलाया और तब से हमारी अर्थव्यवस्था नित नई ऊँचाइयाँ छू रही है ।
मनमोहन सिंह अपने आर्थिक सुधारों के लिए हमेशा याद किये जायेंगे । उनका परिवार बँटवारे में अपना सब कुछ त्याग कर भारत आया था । परिवार कुछ समृद्ध नहीं था फिर भी अपनी प्रतिभा के बल पर मनमोहन सिंह ने छात्रवृत्तियों के सहारे कैंब्रिज और ऑक्सफोर्ड में पढ़ कर अपनी शिक्षा पूरी की । उन्होंने कभी अपनी ग़रीबी का ढिंढोरा नहीं पीटा ।
काजल की कोठरी में रह कर भी उन पर कभी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा । मोदी जी को भी कहना ही पड़ा कि रेनकोट पहन कर नहाने की कला कोई डॉक्टर साहब से सीखे ।
यह देश सदैव मनमोहन सिंह का ऋणी रहेगा । विनम्र श्रद्धांजलि ।
साभार:राजकमल गोस्वामी-(ये लेखक के अपने विचार हैं)