मुख़्तार अंसारी की पैरोकारी कर रहे , अजब कमीने लोग हैं यह
-दयानंद पांडेय की कलम से-(रिपोस्ट -2021)
Positive India: Dayanand Pandey:
मुख़्तार अंसारी(Mukhtaar Ansari)पंजाब की जेल से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल क्या ले आया गया है , क़यामत आ गई है। गोया वह पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में था और यहां उत्तर प्रदेश ला कर उसे जेल में ठूंस दिया गया। मुख़्तार की पारिवारिक पृष्ठभूमि के सुनहरे पन्ने खंगाले जा रहे हैं कि दादा यह थे , नाना वह थे। अरे भाई राहुल गांधी के पिता , दादा , दादी भी क्या कम थे।
तो क्या राहुल गांधी को भी प्रधान मंत्री की कुर्सी सौंप देनी चाहिए इस बिना पर। पारिवारिक पृष्ठभूमि खंगालने के साथ मुख़्तार अंसारी का अपहरण उद्योग , मुख़्तार अंसारी द्वारा की गई हत्याएं , मुख़्तार द्वारा बटोरी गई अरबों की संपत्ति भी खंगालनी चाहिए। पर यह तथ्य लोग भूल गए हैं। बस इतना जानते हैं कि पंजाब में वह ऐश कर रहा था , उत्तर प्रदेश में उस से पत्थर तुड़वाया जाएगा।
फ़र्क़ तो खैर आया ही है कि पंजाब की जेल की बैरक से मुख़्तार अंसारी ह्वील चेयर से एम्बुलेंस तक आया। बांदा जेल की बैरक में पैदल गया बैरक में। 900 किलोमीटर के पूरे रास्ते के लिए पैसा खर्च कर दर्जनों मीडिया चैनल को हायर किया। ताकि कैमरे तने रहें और वह सुरक्षित रहे। फ़र्क़ तो आया है।
बाक़ी मुख़्तार अंसारी मुसलमान है सो योगी सरकार उस के साथ अन्याय करेगी ही यह सेक्यूलर एजेंडा सेट है ही। गोया मुन्ना बजरंगी , विकास दूबे भी मुसलमान थे। बस नाम हिंदू थे सो रगड़ दिए गए। तौबा , तौबा ! मुसलमान होने की प्रिवलेज पर पाकिस्तान बना लिया। अब मुसलमान होने की प्रिवलेज पर हत्यारे मुख़्तार अंसारी को दारा शिकोह बना देना चाहते हैं लोग। सूफी बना देना चाहते हैं। मुख़्तार अंसारी की पैरोकारी कर रहे , अजब कमीने लोग हैं यह।
[ आज ही के दिन 2021 की पोस्ट ]साभार:दयानंद पांडेय-(ये लेखक के अपने विचार हैं)