Positive India:Vishal Jha:
यह बिल्कुल सच है कि विदेश की धरती पर युद्ध में फंसे भारतीय नागरिकों का रेस्क्यू करना आसान है। क्योंकि इसे कूटनीति से हल किया जा सकता है। लेकिन टनल में फंसे मजदूरों का रेस्क्यू करना आसान नहीं है। क्योंकि विगत हजार वर्ष में ऐसी सत प्रतिशत सफलता नहीं देखी गई है। दूसरे देशों में भी नहीं देखी गई है।
रैट माईनिंग शब्द जो मीडिया में चल रहा है, यह कोई आसान टेक्निकल शब्द नहीं है। यह एक ऐसा चुनौती पूर्ण काम है जिसे गैर कानूनी कृत्यों की सूची में डाला गया था। लेकिन मानवता से बढ़कर कोई नियम कायदा नहीं। शायद इसी भावना को समझने वाली मोदी सरकार ने रैट माइनिंग का भी इस्तेमाल कर लिया। और भगवान भोलेनाथ की भूमि से 41 मजदूरों को नया जीवनदान मिल गया।
एक बार फिर मुझे सरकार की संवेदनशीलता पर गर्व हो रहा है। अगर पीएम मोदी देश भर के एक अंतिम नागरिक को परिवारजन से संबोधित कर उसे भारत परिवार का हिस्सा मानते हैं, तो वह इसे निभाते भी हैं। उनके नेतृत्व के प्रति हम आभार प्रकट करते हैं।
साभार: विशाल झा-(ये लेखक के अपने विचार हैं)