रायपुर की जनता से वोट मांगने वाले प्रत्याशी वायु प्रदूषण पर आखिर चुप्पी क्यों साधे हुए है?
-राकेश चौबे की कलम से-
Positive India:Rakesh Choubey:
#रायपुर। वायु प्रदुषण से आज हर कोई जूझ रहा है।छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के दावे को झूठा बताया है कि रायपुर में वायु प्रदूषण कम हो रहा है। बल्कि हकीकत यह है कि इस दिवाली में रायपुरवासियों को भरपूर प्रदूषण युक्त हवा की सांस लेने को मजबूर होना पड़ेगा। अगर दिवाली के दिन या रात को लगातार 9 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की हवा चलेगी तब इसके कारण वायु प्रदूषण कम हो सकता है। अगर हवा नहीं चलती है तो यह प्रदूषण और भी बहुत अधिक बढ़ जायेगा।
#वायु में सूक्ष्म कण जिन्हें पार्टिकुलेट मैटर कहा जाता है के पीएम 2.5 का वर्ष भर का अधिकतम औसत 40 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होना चाहिए। किसी भी दिन 24 घंटो में अधिकतम 60 से अधिक नहीं होना चाहिए। इसी प्रकार पीएम 10 का वर्ष भर का अधिकतम औसत 60 होना चाहिए परंतु किसी भी दिन 24 घंटो में अधिकतम 100 से अधिक नहीं होना चाहिए। वर्ल्ड हेल्थ आग्रेनाइजेशन के अनुसार पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा किसी भी 24 घंटे में 15 से अधिक नहीं होना चाहिए।
नवभारत टाइम्स में छपी न्यूज़ के मुताबिक #रायपुर वायु प्रदुषण रायपुर,छत्तीसगढ़ 16 वें स्थान पर है!!
अब बात करते हैं विधायकी के लिए खड़े अलग-अलग पार्टी के सैकड़ो प्रत्याशियों की जो रायपुर वासियों से या यूं कहीं प्रदेशवासियों से वोट तो मांग रहे हैं पर उनके जेहन में कहीं भी वायु प्रदूषण का मुद्दा है ही नहीं तभी तो इन प्रत्याशियों ने वायु प्रदूषण मामले पर एकदम चुप्पी साथ रखी है।