यू.पी चुनाव रिजल्ट: योगी जी हैदराबाद तो क्या पाकिस्तान से भी चुनाव जीत सकते हैं !
-विशाल झा की कलम से-
Positive India:Vishal Jha:
पुरानी बात है। एक इंटरव्यू में योगी जी से ओवैसी के किसी प्रश्न को लेकर चुनावी सवाल पूछा गया था। योगी जी ने उत्तर दिया था कि, मैं हैदराबाद से चुनाव लड़ जाऊंगा तो वहां भी जीत कर दिखा दूंगा और ओवैसी को वहां से हार का सामना करना पड़ेगा। सच कहूं तो मुझे उनकी बातों में अतिशयोक्ति लगी, भरोसा नहीं हुआ।
उत्तर प्रदेश का चुनाव परिणाम सबके सामने है। जबकि रामपुर जैसी कुछ सीटें तो ऐसी है कि जहां मुस्लिम समाज के सरिया कैंडिडेट से कम कोई गुंजाइश नहीं। योगी जी ने वैसी भी सीटें जीत लीं। 17 के 17 मेयर पद, मतलब हंड्रेड परसेंट स्ट्राइक रेट। सैकड़ों नगर पंचायत और नगर परिषद की सीटों में बिल्कुल क्लीन स्वीप।
मेरा भ्रम टूट गया, योगी जी के उस बयान को लेकर जिसमें उन्होंने कहा था कि वह हैदराबाद से भी जीत सकते हैं। मेरे मन में विचार आया था, हैदराबाद से योगी जी के चुनाव जीतने का मतलब है कि वे पाकिस्तान में भी चुनावी लगाई जीत सकते हैं। हैदराबाद जूनागढ़ का मतलब ही है कि वे एक समय पाकिस्तान में मिलना चाहते थे। कृपा सरदार वल्लभभाई पटेल की हुई कि भारत में रहने वाले लोग आज हैदराबाद जूनागढ़ बिना वीजा के जा रहे हैं।
विश्व भर में वामपंथी मीडिया गिरोहों ने योगी जी को खलनायक की तरह पेश किया है। उन्हें आतंक का शासन चलाने वाला बताया है। कट्टर भगवाधारी बताया है। सांप्रदायिक रूप से जो जो कहा जा सकता है, एक भी बातें उनके खिलाफ बची नहीं है। इसके बावजूद योगी जी सरिया समाज में अपनी जीत स्थापित करते हैं। न केवल अपनी जीत स्थापित करते हैं बल्कि उनके द्वारा दी गई टिकट पर एक पसमांदा मुसलमान जीतकर आता है।
जो लोग भी भाजपा के पसमांदा राजनीति पर आज खुलकर ताने दे रहे हैं, मुझे उनके तानों में कोई रुचि नहीं है। मैं ऐसे लोगों से स्वयं को अलग कहता हूँ। और भाजपा के पसमांदा राजनीति का समर्थन करता हूं। योगी जी ने अपने कार्य प्रदर्शन के बल पर यदि भाजपा के पसमांदा राजनीति को इंट्रोड्यूस कर दिया है, तो निश्चित तौर पर वे किसी हैदराबाद जूनागढ़ का भी चुनाव जीत सकते हैं। तो फिर पाकिस्तान में भी चुनाव जीत सकते हैं। यह किसी शासक के राजधर्म अनुपालन की पराकाष्ठा है।
साभार:विशाल झा-(ये लेखक के अपने विचार है)