पॉजिटिव इंडिया:कीव; रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेन के एक पूर्वी शहर पर शिकंजा कसने की खबरों के बीच अमेरिका और जर्मनी ने यूक्रेन को वैसे कुछ उन्नत हथियारों से लैस करने का संकल्प लिया है, जिसकी मांग कीव लंबे समय से दुश्मन के विमानों को मार गिराने और तोपखाने को नष्ट करने के लिए करता रहा है।
जर्मनी ने बुधवार को कहा कि वह यूक्रेन को अत्याधुनिक एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल और रडार सिस्टम की आपूर्ति करेगा, जबकि अमेरिका ने घोषणा की कि वह चार परिष्कृत, मध्यम दूरी की रॉकेट प्रणाली और गोला-बारूद प्रदान करेगा।
अमेरिका यूरोप में व्यापक युद्ध शुरू किए बिना यूक्रेन को रूसियों से लड़ने में मदद करने की कोशिश कर रहा है। पेंटागन ने कहा है कि उसे आश्वासन मिला है कि यूक्रेन रूसी क्षेत्र में नए रॉकेट नहीं दागेगा।
क्रेमलिन ने अमेरिका पर ‘आग में घी डालने’ का आरोप लगाया है।
रूस की बहुत बड़ी और बेहतर सुसज्जित सेना को रोकने में यूक्रेन की सफलता के पीछे पश्चिमी हथियारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसकी बदौलत राजधानी कीव पर कब्जा करने के रूसी प्रयास को विफल किया गया और मास्को को पूर्वी यूक्रेन स्थित औद्योगिक क्षेत्र डोनबास में अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एंड्री येरमाक ने पश्चिमी देशों द्वारा हथियार दिये जाने के इस फैसले की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा,‘मैं आश्वस्त हूं कि यदि हमें सभी जरूरी हथियार मिलते हैं और रूस पर प्रभावी प्रतिबंध और कड़े होते हैं तो हमारी जीत होगी।
फ्रांस की सेना के पूर्व प्रमुख जनरल डोमिनिक ट्रिनक्वांड ने कहा कि नये हथियार यूक्रेन को रूसी तोपखाने को निशाना बनाकर और अपने दुश्मन के हवाई हमलों को सीमित करके पूर्वी हिस्से में अपनी रक्षा व्यवस्था मजबूत करने में मदद कर सकेंगे।
सैन्य विश्लेषकों का कहना है कि रूस, यूक्रेन को युद्ध का रुख बदलने वाले ऐसे किसी भी हथियार की उपलब्धता से पहले, डोनबास पर कब्जा करने की उम्मीद कर रहा है।
पेंटागन ने कहा है कि सटीक अमेरिकी हथियार और प्रशिक्षित सैनिकों को युद्ध के मैदान में लाने में कम से कम तीन सप्ताह लगेंगे, लेकिन रक्षा अवर सचिव कॉलिन काहल ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि युद्ध का रुख मोड़ने के लिए हथियार समय पर पहुंचेंगे।
रॉकेट सिस्टम अमेरिका की ओर से यूक्रेन के लिए सुरक्षा सहायता के नए 700 मिलियन डॉलर वाले पैकेज का हिस्सा हैं, जिसमें हेलीकॉप्टर, जेवलिन एंटी-टैंक हथियार प्रणाली, रडार, सामरिक वाहन, स्पेयर पार्ट्स और बहुत कुछ शामिल हैं।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि मॉस्को इस आश्वासन पर भरोसा नहीं करता कि यूक्रेन रूसी क्षेत्र पर गोलाबारी नहीं करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि अमेरिका जानबूझकर और लगातार आग में घी डाल रहा है। बाद में कर्नल जनरल मिखाइल मिज़िंटज़ेव ने यूक्रेन पर आरोप लगाया कि वह पूर्वोत्तर सूमी क्षेत्र से अमेरिका द्वारा प्रदान की गई मिसाइल रूस के सीमावर्ती क्षेत्रों में दागने की योजना बना रहा है।रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि यूक्रेन का अधिक हथियारों के लिए दबाव पश्चिम को लड़ाई में खींचने के लिए सीधे तौर पर उकसाना है। उन्होंने चेतावनी दी कि मल्टीपल रॉकेट लांचर विस्तारित संघर्ष का जोखिम बढ़ाएंगे।
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