शंकर जी का गेट अप इतना जटिल है कि उसको मिटाना बड़ा दुष्कर कार्य है
-राजकमल गोस्वामी की कलम से-
Positive India:Rajkamal Goswami:
शंकर जी का गेट अप इतना जटिल है कि उसको मिटाना बड़ा दुष्कर कार्य है । त्रिशूल हटायेंगे तो डमरू छूट जायेगा । सिर पर जटाजूट हैं उस पर गंगा जी प्रवाहमान हैं फिर कोने में वक्रचंद्र भी सज्जित है । सौ फुट दूर नंदी बैठे हैं निगरानी के लिए ।
उस पर लंबा चौड़ा परिवार जिसमें चूहे से लेकर नाग भी शामिल हैं । मोर अलग कहीं दाना चुंग रहा होगा । पार्वती और सिंह , वक्रतुंड महाकाय गणपति ! कहाँ तक चिह्न मिटाए जाएँ । इसलिए एकमात्र विकल्प बचता है प्लेसेज़ ऑफ वर्शिप ऐक्ट ।
मस्जिद की तलाशी होगी तो इतने सबूत मिलेंगे कि सफ़ाई देते न बनेगा !
खोजते हैं तुम्हें गुंबद कभी तहख़ाने में
छुप के बैठे भी तो बैठे हो वज़ूख़ाने में
साभार:राजकमल गोस्वामी-(ये लेखक के अपने विचार हैं)