राजनांदगाँव में प्रधान पाठक ने नाबालिग छात्रा का किया रेप
पूरे 1 माह तक वार्डन ने मामला दबाए रखा। इधर बच्ची के साथ दुष्कर्म होते रहा।
Positive India:अंबागढ़ चौकी -एनिशपुरी गोस्वामी:
जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता,कन्याओं के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाले राजनांदगांव जिले के उत्कृष्ट संस्था कन्या शिक्षा परिसर अंबागढ़ चौकी में सातवीं कक्षा के एक मासूम छात्रा की अस्मिता लूट ली गई । शुक्रवार देर रात प्रधान पाठक के बैड टच की वारदात के पड़ताल में कन्या शिक्षा परिसर पहुंचे अपर कलेक्टर, एसडीएम, महिला पुलिस अधिकारी ,महिला बाल विकास तथा चाइल्ड विभाग के अधिकारियों ने एक-एक कर गंभीरतापूर्वक नाबालिग छात्रा से जब पूछताछ की तब पुष्टि हुआ कि कन्या परिसर के चारदीवारी के भीतर छात्रा छेड़छाड़ की नहीं हवस की शिकार बनी है।
उल्लेखनीय है कि राजनांदगांव जिले के सबसे बड़ी संस्था कन्या शिक्षा परिसर के चाक-चौबंद सिक्योरिटी के बीच एक मासूम छात्रा को हवस का शिकार बना दिया गया ।शुक्रवार दोपहर प्राचार्य उपेन्द्र देवांगन के कार्यालिन लिखा पढ़ी से मामला सामने आया कि कन्या शिक्षा परिसर के भीतर एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ जैसे अपराध घटित हुआ है उक्त गंभीर प्रकरण को 1 माह से वार्डन के द्वारा दबाया गया है । देर रात अपर कलेक्टर ,एसडीएम, महिला पुलिस अधिकारी, महिला बाल विकास , चाइल्ड लाइन के अधिकारियों की टीम कन्या शिक्षा परिसर में दस्तक दिया रात को गहन पूछताछ में पुष्टि हुई कि मासूम छात्रा के साथ छेड़छाड़ नहीं कई बार दुष्कर्म हुआ है। तब प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल एक्शन लेते हुए मोहला विकास खंड निवासी पीड़ित छात्रा के माता-पिता को अवगत कराते हुए आरोपी प्रधान पाठक होल्कर सलामे के ऊपर गंभीर धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कर हिरासत में ले लिया गया।
विशेष:
1-कन्याओं के संस्था में पुरुष, लूट ली बच्ची की अस्मिता:-
छात्राओं के साथ बढ़ते अपराधों के सामने आने के बाद शासन का सख्त निर्देश है कि कन्याओ के संस्था में पुरुष अधिकारी कर्मचारी वर्जित है परंतु सारे मापदंडों को कचरे के पेटी में डाल कर कन्या शिक्षा परिसर का प्रिंसिपल पुरुष, प्रधान पाठक पुरुष ,पीटीआई पुरुष और इन्हीं में से एक ने मासूम छात्रा की जिंदगी को तार-तार कर दिया।
2-सीधे एफआईआर के बजाय वार्डन को नोटिस:-होली में घर से वापसी के बाद पीड़ित छात्रा ने कन्या शिक्षा परिसर की वार्डन चित्रलेखा मेश्राम को बताया था कि प्रधान पाठक होल्कर सलामे उसके साथ गंदी हरकत करते हैं परंतु पूरे 1 माह तक वार्डन ने मामला दबाए रखा। इधर बच्ची के साथ दुष्कर्म होते रहा। संपूर्ण मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त ने मामला दबाए जाने को लेकर वार्डन को कारण बताओ नोटिस प्रेषित किया है जबकि पाक्सो एक्ट के संगीन मामले में मामला छुपाने वालों के खिलाफ सीधे समकक्ष एफआईआर दर्ज करने के स्पष्ट निर्देश है।
3-माता-पिता समझते रहे की बच्ची के साथ हुआ है बैड टच:-
बच्ची ने डर के बीच अपने माता-पिता को सिर्फ इतना बताया था कि आरोपी शिक्षक गलत तरीके से उसको छूता है। वही बात माता-पिता जानते थे। अधिकारियों की अलग-अलग टीम के पूछताछ में पुष्ट हुआ कि शिक्षक के द्वारा उसके साथ दुष्कर्म किया गया है, जिसके बाद सीधा-साधा परिवार नासमझ छात्रा सदमे में है।
4-हैरान और चिंता में अन्य पालक-छठी से बारहवीं तक हॉस्टल और अध्यापन की व्यवस्था के साथ संचालित कंपटीशन एग्जाम देकर छत्तीसगढ़ प्रदेश भर के विकास खंडो के गांव से निकल कर दाखिला प्राप्त होनहार छात्राओं के माता-पिता हैरान और चिंता में है कि इतने बड़े संस्था के चारदीवारी के भीतर मासूम छात्रा दुष्कर्म की शिकार हो गई उनकी बच्चिया उक्त संस्था में किस तरह सुरक्षित होंगी।
5-“पूरे प्रकरण में बयान लिए जा रहे हैं, गंभीरता पूर्वक इस गंभीर प्रकरण की जांच की जा रही है”, अर्जुन कुर्रे एसडीओपी अंबागढ़ चौकी।