यूपी की जनता के अंदर 2017 से भी बड़ा ज्वालामुखी क्यों खदबदा रहा है ?
-अजीत सिंह की कलम से-
Positive India:Ajit Singh:
जहां पूर्व जनरल जे.जे.सिंह,दिवंगत CDS जनरल विपिन रावत के भाई कर्नल विजय रावत और असीम अरूण जैसे बहादुर IPS बीजेपी मे शामिल हुये….वहीं इमरान मसूद,नाहिद हसन और सहारनपुर दंगो मे जेल काट चुका आरोपी मुहर्रम अली पप्पू सपा मे शामिल हो गया…..साथ ही साथ तौकीर रजा जैसे मजहबी जेहादी कांग्रेस मे शामिल….आपको फर्क साफ नही दिख रहा है कि जैसे गंगा मे जमुना और सरस्वती मिल कर पावन संगम बना देती हैं…वैसे ही कीच से कीच मिल कर यानि गंदे नाले,बेहद बदबूदार गटर मे मिल कर एक रंग मे रंग जाते हैं…यही वो अंतर है जो आज यूपी की जनता तो अच्छी तरह समझ चुकी है लेकिन इतना दुत्कारे जाने के बाद भी विरोधी नही समझ पा रहें हैं…बाद मे यानी हमेशा की तरह फिर 10 की शाम को EVM और चुनाव आयोग पर मुंह मे फेचकुर आने तक दोष देते फिरेंगे…!
बहरहाल परसों NEWS INDIA यानी अमीश देवगन का आर पार देख रहा था…जहां बेहद बौखलाया सपा प्रवक्ता बीजेपी मे शामिल हुई मुलायम की बहू अपर्णा यादव को बार बार अपर्णा बिष्ठ कह कर संबोधित कर रहा था…यहीं पर मै पूछूंगा उन सपाइयों से..क्या वो बर्दाश्त कर पायेंगे कि मै डिंपल यादव जी को डिंपल रावत कह कर संबोधित करूं……..मुलायम के समधी..अखिलेश के मौसा और विधूना के पूर्व विधायक प्रदीप गुप्ता तक बीजेपी मे शामिल हो चुके हैं…इतना ही नही इन सभी ने साफ साफ कहा कि नेताजी को नजरबंद किया गया है…याद है…यही तो औरंगजेब ने किया था………….यार इतना दोगलापन तुम लोग लाते कहां से हो??
खैर………!
सनसनी फैलाने के लिये मै यह पोस्ट नही लिख रहा हूं…लेकिन इतना जान लीजिये कि टोंटी भाई जहां से सांसद हैं,वहां से विधानसभा चुनाव लड़ने की हैसियत नही जुटा सका हैं,इसीलिये पप्पू की तरह ही भाग के टोंटी भी वायनाड की तरह…दूसरी जगह से लड़ने की औैकात पैदा कर के अपनी पराजय स्वीकार कर लिया है…बहरहाल अपनी अनुभव हीनता वाली राजनीति मे टोंटी जो आज कल बेसिरपैर की उछल कूद मचा रहा हैं……….उसके परिणाम की पहली किश्त योगीजी ने रामभक्तों के हत्यारे नेता यानी मुलायम की बहू को शामिल कराते हुये टोंटी के गाल पर जबरदस्त चमाट मार के दे दिया……बाकी जैसा सूत्र बता रहे हैं..की अभी बहुत बड़ी किश्त,बहुत जल्दी बाबा अदा करके अभी ही बौराने पर मजबूर मुंगेरीलाल @ आधुनिक औरंगजेब को विक्षिप्त करने वाले हैं…सपाई किले मे छेद नही बड़ा होल करने वाले हैं…बाकी तो टोंटी के कुनबे के अंदरखाने से आती आवाजों से पता लग रहा है कि मौरया और बड़बोले राजभर भी कोपभवन मे बैठ कर अगली रणनीति तैयार करने मे जुटे हैं….आखिर ये बेचारे न घर के रहे और न घाट के…तो खाने कमाने का ठेला लगाने के लिये नई जगह खोजना कहां गलत हैं…?
फिलहाल जान लीजिये कि जैसे चुनाव आगे बढ़ता जायेगा….वैसे वैसे टेढ़ी नाक वाले और उसके बड़बोले नेता एक एक करके गलतियां करता जायेगें………जिन्हे सीढ़ियां बना कर जनता एक बार फिर योगीजी को 300+ सीट देकर रामजी के मंदिर और भोलेबाबा के ज्योतिर्लिंग के कॉरीडोर का कर्ज अदा कर देगी….यूपी की जनता के अंदर 2017 से भी बड़ा ज्वालामुखी खदबदा रहा है,जिसकी ऊष्मा को विरोधी दल भांप नही पा रहें हैं….10 मार्च को जब इसका विस्फोट होगा तो विश्वास करिये कि इसके केसरिया लावे के कोप से कोई विपक्षी धुरंधर बच नही पायेगा….कई किलों की बुनियाद जहां हिल जायेगी…वहीं कई मायावी किले ध्वस्त होकर इतिहास के पन्नो मे दर्ज हो जायेंगे….बस सनातन राष्ट्रवादी जनता को दो काम करना है….एक…किसी भी माया मोह के बहकावे मे ना आयें और अपने नेतृत्व मे विश्वास बनाये रखें….दूसरा…अपने परिवार का 100% मतदान सुनिश्चित करायें…यह भी आपका अपने देश और धर्म के लिये एक योगदान ही होगा।
“हर घर हमको जाना है,
अपनों को बताना है कि,
योगी जी को ही लाना है!”
#वंदेमातरम्
#Ajit_Singh
साभार:अजीत सिंह-(ये लेखक के अपने विचार हैं)