भारत में टैलेंट है यह कहना भी झूठ हो गया? पीएम के दावेदार राहुल गांधी को इस पर अविश्वास क्यों ?
-विशाल झा की कलम से-
Positive India:Vishal Jha:
वर्ल्ड इकोनमिक फोरम(World Economic Forum) पर भारत ‘विश्व के वर्तमान हालात’ की समीक्षा करे, यह भारत के लिए गर्व की बात है।
भारत की ओर से पीएम नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) भारत के टैलेंट की बात कर रहे थे। इसमें उत्पन्न कोई तकनीकी गतिरोध भारत की दलगत राजनीति का हिस्सा नहीं होना चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य कि जैसे घर में बड़े लोगों के किसी गंभीर बातचीत में छोटे बच्चे हॅंस दें, ठीक उसी प्रकार है राहुल गांधी(Rahul Gandhi) के तरफ से इस मसले पर आया ट्वीट।
भारत में टैलेंट है यह कहना भी झूठ हो गया? और झूठ इतना बड़ा कि टेलीप्रॉन्पटर(Teleprompter)भी सह ना पाए? वाह! एक पीएम के दावेदार का क्या बयान है!
दस जनपथ दरबार के प्यादों का कहना ही क्या! उन्हें तो बस यही पूछना है कि पिछले 7 सालों में मोदी जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं किया? प्राइम टाइम से लेकर सरकाज्म तक यह प्रश्न बड़ा चर्चा में रहता है। दरबारियों को यह ध्यान में रखना चाहिए कि जितना प्रश्न सत्य के पक्षधरों ने झेला हैै, उतना शायद ही किसी विचारधारा ने झेला होगा। 2014 से पहले प्रधानमंत्री मोदी के पूरे मुख्यमंत्रित्व काल में, चाहे फोरम कोई भी हो, 2002 का प्रश्न थेथर की तरह पूछता रहा गया। चाहे सुप्रीम कोर्ट ने क्लीनचिट क्यों न दे दिया हो? परसेप्शन को आधार बनाकर इस प्रश्न को हमेशा स्टोनपेल्टिंग की तरह इस्तेमाल किया गया।
वक्त बलवान होता है। एक फौलाद को अपना नायक अवश्य चुनता है। वक्त का यही फैसला आज प्यादों से स्वीकार नहीं हो रहा। उसे पता ही नहीं चल रहा कि अपनी इसी पूर्वाग्रह में कब देश के खिलाफ भी चला जाता है।
साभार:विशाल झा-(ये लेखक के अपने विचार हैं)