जानिए कैसे मोदी-योगी के बीच काल्पनिक मनमुटाव हुआ धराशाई
अभी तो केवल नरेन्द्र और योगी की भाव भंगिमा ही बदली है!!
Positive India:Ajit Singh:
एक बार फिर आगे आने वाले महत्वपूर्ण राज्यों के चुनाव को अपने हिसाब से घुमाने का ख्वाब देखने वाले….मतलब कि दो दिन से मोदी,योगी,शाह….मोदी,योगी,शाह के बीच खाई खोदने की खबर फैलाने वाले ऐय्यार चम्मचचोरों के उफनते बेसिरपैर के जोश का झाग मोदी,आज योगी,शाह और नड्डा की मुलाकात के बाद ठन ठन गोपाल वाले मिले रिजल्ट के बाद बिल्कुल बैठ गया…एक बार फिर लौट के दलाल मीडिया और उसके भांड बेशर्मी से घर वापस तो आये….लेकिन ये लोग बड़के वाले मक्कार है…आप सजग रहें..ये फिर कुछ नई नौटंकी करेंगे…..बस हफ्ते..दस दिन…या अधिक से अधिक मानसून सत्र तक धीरज बनाये रखिये….अपनी ओर से भी खेला होगा….वो बड़ा होगा…और जबरदस्त होगा…!!!
बहरहाल जहां तक आगे आने वाले राज्यों के चुनाव की बात है…वहां मै यू.पी. को सामने रख कर बात करता हूं….कि!!
अभी तो सनातन राष्ट्रवाद का पांचजन्य योगी के नेतृत्व मे केवल हुंकार भर रहा है!!
अभी दशानन और धर्मद्रोही कौरवों से लेकर कालनेमि के वध के लिये सनातन तूणीर से निकलते तीर गांडीव पर चढ़े भी नही हैं!!
अभी तो केवल नरेन्द्र और योगी की भाव भंगिमा ही बदली है!!
अभी तो सनातन के सोये हमारे शेर केवल करवट बदल रहे हैं!!
लेकिन……..केवल इतने परिवर्तन से ही हमारे घरों मे बिल और बांबी बना कर उसमे छिपे जहरीले जानवर निकल कर बाहर आकर लगे मोदी-योगी-शाह और जाति के नाम पर चीख पुकार मचाने…इनकी चीखों के पीछे की पीडा को समझिये…..इनकी व्याकुलता के साथ अपनी सनातन शक्ति को भी समझिये…!
अभी युद्ध तो प्रारम्भ भी नही हुआ है….केवल युद्धघोष की स्थिति है…..सोचिये कि संग्राम छिड़ने की स्थिति मे कितने कीड़े मकोड़े बाहर निकलेंगे और हमारी अस्मिता पर,हमारी सभ्यता पर,हमारी अखंडता पर कितने विषैले तीर छोंड़ेंगे…………..आगे और भी वेश बदल कर आयेंगे…जानते हैं..आगे जाने कितने बीजेपी को दोष देते हुये पार्टी बदलेंगे..जाने कितनी सहयोगी दल पाला बदलेंगे….जाने कितनी साजिशें केवल इसलिये रची जा रही हैं कि आपकी सरकार…हरे टिड्डों के मठाधाशों को नेस्तनाबूद करने वाली सरकार दोबारा न आ सके…सोचिये वो ऐसा क्यों सोच रहे हैं…जरा सोचिये…फिर आपको उत्तर खुद मिल जायेगा…!!
फिलहाल…..धैर्य रख कर समझिये कि प्रत्यक्ष युद्ध की स्थिति मे ये क्या नही कर सकते है…क्या नही करेंगे………अभी तीन दिन पहले ही लिखा था कि छटपटाते टूलकिटिया गैंग….राइट विंगर राष्ट्रवादियों को अपने मायावी जाल मे फंसाने के लिये झूठे किस्से कहानियों को फैलाने के साथ किसी भी स्तर पर उतर सकता है……प्रत्यक्ष केवल दो उदाहरण दे रहा हूं..योगी और मोदी के बीच मनमुटाव की काल्पनिक कहानियां परोसने के साथ साथ अब ब्राम्हणों को बहकाते चाटुकार मीडिया और पीत पत्रकारिता के पत्तलकार…………..प्रिंट मीडिया मे कलपता एक दलाल है शेखर…एक दिन इसने छाप दिया कि यूपी में योगी सुपर फ्लॉप है….दूसरे दिन छाप दिया योगी मोदी को चैलेंज कर रहे हैं…इस पढ़े लिखे मूर्ख को मालूम होना चाहिए था की अगर योगी जी फ्लाप हैं तो सर्वविदित है कि बीजेपी में फ्लॉप व्यक्ति मोदी को चुनौती नहीं सकता…..दूसरा है रवीश कुमार जो छिपकली की पूंछ पकड़ कर उसे सांप बताने मे जरा भी देर नही करता..अब ये अलग बात है कि इन दोनो से ज्यादा किसी चम्मचचोर की सुताई और किसी की नही हुई है……सच्चाई यही है कि न योगी फ्लॉप है ना ही मोदी के लिए चुनौती है….योगी ही सी.म. चेहरा हैं और योगी ही अगले सी.म. होंगे….बाकी जिसको जितना रायता फैलाना हो फैला ले….फायदा कुछ भी होने वाला नही है….अंत मे मुंह मे फेचकुर आने तक ई.वी.म. और चुनाव आयोग को ही गाली देना बचा रहेगा…क्योंकि अंतिम फैसला जनता को करना है और यू.पी. के इतिहास का यह पहला चुनाव होगा जहां की जनता सनातन राष्ट्रवाद की अवधारणा को अपने मन और मस्तिष्क मे बैठा चुकी है……यू.पी. की जनता तो योगी जी के लगभग पिछले पांच साल को देखकर ही चुनाव के आठ नौ महीने पहले ही अपना मन बना चुकी है कि “अबकी बार– फिर बाबा की सरकार”…….बाकी विरोधियों तुम कितना कुढ़ो,जलो,उछल कूद मचाओ…ये तुम्हारा अधिकार है…तुम्हे रोकता कौन है मुंगेरीलालों…खैर!!
धीराःशोकं तरिष्यन्ति लभन्ते सिद्धिमुत्तमं।
धीरैः संप्राप्ते लक्ष्मी: धैर्यं सर्वत्र साधनम्।।
बहादुर और ऊर्जावान व्यक्ति शोक रूपी सागर को तैर कर उत्तम सफलता तथा धन सम्पत्ति प्राप्त कर लेते हैं….इसीलिये तो कहा गया है कि धैर्य हर प्रकार की विपरीत परिस्थितियों पर सफलता पाने का उत्तम साधन है…..हां…एक बात और कहूंगा कि अपने नेतृत्व मे विश्वास बनाये रखिये…….बाकी सोमनाथ से लेकर नालंदा तक के विध्वंस को पढ़ कर,समझ कर….अगर बुरा न लगे तो कहूं कि बचाने वाले कल्कि अवतार की प्रतीक्षा कायर करते हैं…जो सनातनी मानसिक और वैचारिक रूप से शक्तिशाली हैं….वो स्वयं सक्षम और समर्थ है अपनी रक्षा करने मे और अपने नायक के साथ बेझिझक खड़े होने मे…बाकी जो मै कहना चाहता हूं……वो आप समझ रहें हैं..!!
#वंदेमातरम्
#Ajit_Singh
साभार:अजीत सिंह(ये लेखक के अपने विचार हैं)