आख़िर मिथुन चक्रवर्ती भी आईने के सामने खड़े हो कर आज लेफ्ट से राइट बन गए
मिथुन चक्रवर्ती की फिल्मोग्राफी इतनी बुलंद नहीं है , जितनी उन की ज़िंदगी में औरतें और क़िस्मत।
Positive India:Dayanand Pandey:
कोलकाता की रैली में आज मंच पर सरेआम नरेंद्र मोदी का चरण स्पर्श करने वाले मिथुन चक्रवर्ती भी आख़िर भाजपा की वाशिंग मशीन में आ गए। मिथुन चक्रवर्ती कभी लेफ्ट में लेफ्ट राइट करते थे। वामपंथी फ़िल्मकार और निर्देशक मृणाल सेन के अभिनेता हैं मिथुन चक्रवर्ती। मृगया मिथुन की पहली फ़िल्म है। इस फ़िल्म में अभिनय के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला मिथुन को। पर मिथुन को इस की जानकारी तीन-चार दिन बाद मिली।
वह तब मुंबई से कहीं बाहर थे। लौटे मुंबई तो लोगों ने उन्हें बधाई दी। बधाई उन्हें अच्छी नहीं लगी। लोगों को कुछ असामन्य लगा तो पूछा , बात क्या है ? तो मिथुन ने बताया तीन दिनों से कुछ खाया नहीं है। पहले कुछ खिलाओ तो बात समझ आए। मिथुन बहुत ग़रीबी का जीवन जीते हुए फिल्मों में आए। वामपंथियों की संगत में थे। आज अपनी ग़रीबी का मोदी की रैली में ज़िक्र भी किया मिथुन ने। सिर्फ़ एक गुरु फ़िल्म में ही मिथुन का अभिनय मुझे ठीक लगा है। बाक़ी फ़िल्मों में उन का अभिनय मुझे बकवास लगता है। मिथुन किसी भी कोण से बतौर अभिनेता मुझे पसंद नहीं हैं।
लेकिन कभी ग़रीबी जीने वाले मिथुन चक्रवर्ती की क़िस्मत में पैसा और सफलता अपरंपार लिखी थी। वह स्टार बन गए। पैसा आ गया तो औरतबाज़ भी बन गए। बहुत सारी स्त्रियां उन की ज़िंदगी में हैं। उन की फिल्मोग्राफी इतनी बुलंद नहीं है , जितनी उन की ज़िंदगी में औरतें और क़िस्मत। श्रीदेवी सरीखी अभिनेत्रियां तक मिथुन चक्रवर्ती के स्कोर बोर्ड में शुमार रहीं। बड़बोले मिथुन चक्रवर्ती ने आज कोलकाता की रैली में अपना लेफ्ट का रंग भी दिखाया और बताया कि वह कोबरा हैं , पानी वाले सांप नहीं हैं। मतलब उपमा भी मिली तो सांप की ही मिली।
बड़बोले मिथुन चक्रवर्ती तृणमूल कांग्रेस से राज्य सभा में भी रहे हैं। चिटफंड घोटाले में भी उन का नाम कभी चर्चा में रहा है। जो भी हो , मिथुन चक्रवर्ती अब आज से भाजपा में हैं। वह एक पुरानी मिसाल है कि कोई कितना भी बड़ा लेफ्ट हो , उसे आईने के सामने खड़ा कर दिया जाए तो वह फौरन राइट हो जाता है। मिथुन चक्रवर्ती आज उसी आईने के सामने खड़े हो गए। और फौरन लेफ्ट से राइट हो गए। अब पश्चिम बंगाल के चुनाव में भाजपा के लिए मिथुन चक्रवर्ती कितने लाभदायक साबित होंगे , यह आने वाला समय बताएगा। यह भी कि क्या मिथुन चक्रवर्ती पश्चिम बंगाल के अगले मुख्य मंत्री होंगे ? अलग बात है इस समय पश्चिम बंगाल में बहुतेरे लेफ्ट आईने के सामने खड़े हो कर राइट हो गए हैं। भाजपा का भगवा ध्वज थामे लेफ्ट के कई नाम हैं। मिथुन चक्रवर्ती अब आईने में खड़े हो कर क्या गुल खिलाते हैं , क्या रंग दिखाते हैं। देखना दिलचस्प होगा।
साभार:दयानंद पांडेय-एफबी(ये लेखक के अपने विचार हैं)