NHMMI ने तीसरे स्टेज के कैंसर मरीजों को दिया जीवन दान।
NHMMI undertakes Cancer Awareness Campaign as per WHO guidelines.
Positive India:Raipur:
एनएचएमएमआई(NHMMI) ने अपने कैंसर इंस्टिट्यूट में स्टमक तथा पेनक्रिएटिक कैंसर(Pancreatic Cancer) के तीसरे स्टेज के मरीजों को ठीक करके और उन्हें जीवन दान देकर एक अहम सफलता प्राप्त की है। इसका जीवंत उदाहरण है माधवी वर्मा। तीसरे स्टेज के कैंसर से ग्रसित माधवी वर्मा एनएच एमएमआई में आती हैं। उनके केस की जटिलता को देखते हुए डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू किया। सर्जरी के साथ-साथ डॉक्टरों ने उन्हें कीमोथेरेपी के चार साइकिल्स दिए फिर एड्जूवेंट कीमोथेरेपी के चार साइकिल और दिए। अभी माधवी वर्मा पिछले 1 साल से ठीक है, नियमित दिनचर्या के साथ-साथ झाड़ू पोछा, चाय बनाना, चलना फिरना कर रही हैं । माधवी वर्मा के पति पवन वर्मा, जो खेतीबाड़ी से जुड़े हुए हैं तथा रायपुर के धरसीवा में ही रहते हैं; वह अपनी पत्नी की कंडीशन को देखते हुए पूरी तरह निराश हो चुके थे परंतु एनएचएमएमआई के डॉक्टरों ने न सिर्फ उनकी पत्नी को जीवनदान दिया बल्कि उनके परिवार में खुशियों की एक सौगात दे दी।
तीसरे चरण के कैंसर से ग्रसित एक अन्य मरीज सुखजनी ने इसी वर्ष लाकडाउन(Lockdown)से पहले अपनी सर्जरी करवाई और बीते 9 महीने से न सिर्फ पूरी तरह ठीक है बल्कि अपनी सामान्य दिनचर्या स्वयं पूरी कर रही है।
एक अन्य मरीज रमा जो पेनक्रिएटिक कैंसर के तीसरे स्टेज से ग्रसित थी, उसे एनएचएमएमआई के डॉक्टरों ने व्हिपलस पेनक्रिएटिको डूयोनेक्टोमी के द्वारा डेढ़ साल पहले उन्हें इस बीमारी से निजात दिलाई। अब रमा बिल्कुल ठीक है तथा सामान्य जीवन जी रही है।
जब ये सभी कैंसर ससरवाइवर्स (Cancer Survivors)अपनी सफल इलाज की कहानी को साझा कर रहे थे तो उनके चेहरे पर संतुष्टि व खुशी के भाव साफ झलक रहे थे।
थर्ड स्टेज कैंसर से ग्रसित इन मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर मऊ राय, डॉक्टर सिद्धार्थ तुरकर, डॉक्टर पीयूष शुक्ला तथा ऑंकोलॉजी की पूरी टीम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने विचार रखें तथा लोगों को जागरूक करने की कोशिश की और बताया कि शुरुआती जांच और इलाज दोनों Cancer के मरीज को बेहतर परिणाम देने में संपूर्ण रूप से सक्षम है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिन मरीजों ने अपने इलाज और इलाज के बाद अनुभव साझा किए, वह यही प्रमाणित करते हैं कि Cancer पूरी तरह से ठीक हो सकता है और मरीज वापस सामान्य जिंदगी में लौट सकता है, बशर्ते उनका सही ढंग से जांच और इलाज हो।
एनएचएमएमआई की कैंसर विशेषज्ञ मऊ राय ने बताया कि डब्ल्यूएचओ ने कैंसर को संपूर्ण रूप से खत्म करने के लिए आहवाहन किया हुआ है। तथा इस कैंसर अवेयरनेस माह में एनएचएमएमआई लोगों को भरसक जागरूक करने का प्रयास कर रहा है ताकि कैंसर को खत्म किया जा सके।
कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर सिद्धार्थ तुरकर ने बताया कि कोलोन कैंसर अगर डिटेक्ट ना किया गया और उसका इलाज सही ढंग से ना किया गया तो यह लीवर तक में फैल सकता है जो मरीजों के लिए बहुत घातक होता है। वही रेडियो ऑंकोलॉजिस्ट डॉक्टर पीयूष शुक्ला ने बताया कि अगर स्टमक कैंसर में नोड्यूल्स बन चुके हैं तो उसकी डिटेक्शन के लिए गैस्ट्रो अल्ट्रासाउंड एक बेहतर ऑप्शन है उसके बाद साइटोलॉजी टेस्ट किया जाता है और एक बार डायग्नोसिस कंफर्म हो जाए तो हम यह डिसाइड कर लेते हैं कि इसका का इलाज कैसे किया जाए।
कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर अभिषेक ने एक अहम जानकारी दी। उन्होंने बताया किस सेल्फ एनालिसिस बेहद आवश्यक है। स्मोकिंग व अल्कोहल ना लिया जाए। मोटापे पर अगर कंट्रोल कर लिया जाए तो कुछ हद तक कैंसर से बचाव किया जा सकता है।
मेडिकल डायरेक्टर डॉ आलोक कुमार स्वाइन ने बताया है कि एनएच अस्पताल में कैंसर की मैपिंग के लिए एंडोस्कोपी और बायोप्सी और कैंसर के शुरुआती दौर में इलाज कैंसर की स्टेजिंग के लिए एंडोस्कोपी अल्ट्रासाउंड, ऑपरेशन के बाद आईसीयू बैकअप और मेजर सर्जरी के लिए हाइटेक ऑपरेशन थिएटर और एक ही छत के नीचे कीमोथेरेपी और रेडिएशन की फैसिलिटी दी जा रही है। यही कुछ कारण है जिनकी वजह से तीसरे स्टेज के मरीजों को नारायणा हेल्थ मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल बेहतर सुविधाएं व इलाज उपलब्ध करवा पा रहा हैं।
एनएचएमएमआई नारायणा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के फैसिलिटी डायरेक्टर नवीन शर्मा ने बताया है कि एनएच ऑंकोलॉजी का एक व्यापक सुपरस्पेशलिटी केंद्र है, जिसमें स्टमक और पेनक्रिएटिक कैंसर के लिए एडवांस्ड डायग्नोस्टिक फैसिलिटी के साथ-साथ डिपार्टमेंट ऑफ़ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी उपलब्ध है। उन्होंने आगे बताया कि नारायणा हेल्थ के संस्थापक डॉक्टर देवी शेट्टी के विजन के अनुरूप तथा डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के अंतर्गत एनएचएमएमआई व्यापक रूप से कैंसर अवेयरनेस की शुरुआत करने जा रहा है। एनएच छत्तीसगढ़ के मरीजों के लिए क्वालिटी हेल्थ सर्विसेज, वह भी अफॉर्डेबल कॉस्ट पर उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।