राजनीति चमकाने रावण और दानवों की पूजा करने पहुंचे भाजपा और कांग्रेस के नेता
राष्ट्रीय पार्टी सहित आम मतदाताओं में देखी जा रही तीखी प्रतिक्रिया ।
Positive India:संवाददाता-अंबागढ़ चौकी: अंबागढ़ चौकी-आदिवासी क्षेत्र की जनता को कभी उनके आस्था से तो कभी धर्म संस्कृति के विरूद्ध भड़काते हुए शास्त्र और संविधान की गलत व्याख्या कर झूठा तथ्य बताकर सर्व आदिवासी समाज के नाम से चल रहे मानपुर के संगठन के साथ साथ अम्बेडकराइट पार्टी आफ इंडिया एक बैनर के नीचे आते हुए अपना राजनैतिक महत्वाकांक्षा साधने में लगे है। घोर विरोधी भाजपा और कांग्रेस के पदाधिकारी भी ऐसे कार्यक्रम में मंच साझा कर रहे हैं। मानपुर जनपद अध्यक्ष दिनेश शाह मंडावी और भाजपा के जिला पंचायत सदस्य नरसिंह भंडारी की आयोजन में उपस्थिती राजनीति को गरमा दी है।
राम के नाम पर राजनैतिक रोटी सेंकने वाली भाजपा के नेता का रावण पूजा में पहुंचने के पीछे क्या राज है, ये तो वक्त के साथ पता चलेगा, लेकिन अपने आप को बड़ा लीडर बनाने के चक्कर में भाजपा नेता नरसिंग भंडारी कार्यक्रम के विरोध कर रहे भारतीय जनता पार्टी के निर्देश के विरूद्ध आयोजन में रावण प्रेमियों के साथ मंच साझा करने से भाजपा खेमे में खलबली मची हुई है। इधर कांग्रेस के विधायक इंद्र शाह मंडावी का भतीजा मानपुर जनपद अध्यक्ष दिनेश शाह मंडावी का मंच पर आसीन होना उनके राम विरोधी होने का प्रमाण है।
मानपुर विकासखंड के कोराचा ग्राम में तथाकथित आदिवासी संगठन और अम्बेडकराइट पार्टी आफ इंडिया ने एक ही बैनर तले रावण,महिषासुर शहादत दिवस मनाते हुए पूजा का आयोजन किया।
अम्बेडकराइट पार्टी आफ इंडिया के मुखिया विजय मानकर जब कोराचा गढ पहुंचे तो आदिवासियों की आंख खुल गई, उन्हे समझ में आ गया कि यह सब एक प्रायोजित राजनैतिक षडयंत्र है, क्योकि किसी भी समाज के आयोजन में किसी राजनैतिक पार्टी के विरूद्ध टिप्पणी या किसी अन्य देवी देवता का अपमान नहीं होता, लेकिन इस पार्टी के मुख्य कार्यकर्ता सुरजू टेकाम पुलिस के संरक्षण में यह सब गतिविधियाँ लगातार कर रहा है। आयोजन को समाजिक रंग देने का पूरा प्रयास किया गया, लेकिन अम्बेडकराइट पार्टी आफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस आयोजन से दूसरे पार्टी का नाम लेकर अपना ऐंजेडा एकदम स्पष्ट कर दिया है।
आदिवासियों को किया जा रहा है गुमराह:-
हमेशा से देवी देवता के उपासक आदिवासी समाज को दानव रावण का वंशज बता कर दिग्भ्रमित करने का काम अम्बेडकराइट पार्टी आफ इंडिया के नेता लगातार क्षेत्र में कर रहे हैं ,जिससे आदिवासी समाज काफी आक्रोशित हैं”
“अपने फायदे के लिए तोड़ा जा रहा है आदिवासी समाज को। बीते दिन आयोजित कोराचा के कार्यक्रम में अलगाववादी नेताओं ने बैनर पोस्टर चस्पा कर यह उल्लेख किया की आदिवासी हिंदू नहीं है”।
विरोध में आदिवासी समाज:-
आदिवासियों को बरगलाने व दिग्भ्रमित करने वाले अलगाववादी सोच के खिलाफ मोहला और छुरिया में आदिवासी समाज के कामुक लोगों ने ज्ञापन देकर ऐसे अलगाववादी तत्वो पर कार्यवाही की मांग की है।