नवीन जिन्दल की जेएसपीएल ने रेल के नए ग्रेड किए विकसित
भारतीय रेल्वे ने हाई-स्पीड ट्रेन के लिए दी मंजूरी।
Positive India:Raipur:
जाने-माने उद्योगपति नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) ने रेल के एक और नए ग्रेड का विकास किया है। रेलवे बोर्ड की अधीनस्थ “द रिसर्च डिजायंस एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गेनाइजेशन” (आरडीएसओ) ने हाई-स्पीड और हाई-एक्सल लोड एप्लिकेशन के लिए जेएसपीएल द्वारा विकसित रेल के इस ग्रेड को अपनी मंजूरी दे दी है।
यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जेएसपीएल 60ई1 1175 हीट ट्रीटेड (एचटी) रेल को तीव्र गति और हाई-एक्सल लोड प्रयोगों के लिए सफलतापूर्वक विकसित करने वाली पहली और एकमात्र भारतीय कंपनी है। भारतीय रेलवे ने अनुमान लगाया है कि उसे प्रति वर्ष इस ग्रेड की लगभग 1.8 लाख मेट्रिक टन रेल की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि उसने
अपनी सेवाओं को और चुस्त-दुरुस्त एवं सुरक्षित बनाने की कवायद तेज कर दी है। भारतीय रेलवे अपने ट्रैक सिस्टम को अपग्रेड कर रही है ताकि 25 टन एक्सल लोड के साथ 200 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गाड़ियां दौड़ाई जा सकें।
जेएसपीएल के प्रबंध निदेशक वी.आर. शर्मा ने कहा, “पहले देश में स्पेशल रेलों का आयात किया जा रहा था, लेकिन आत्मनिर्भर भारत के सपनों के अनुरूप हम रेलवे और मेट्रो रेल कॉरपोरेशंस की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए देश में ही स्पेशल रेल निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। 60ई1 1175 हीट ट्रीटेड (एचटी) का इस्तेमाल डेडिकेटेड फ्रेट
कॉरिडोर और बुलेट ट्रेन समेत हाई-एक्सल लोड एप्लिकेशन में किया जाएगा।”
उन्होने कहा कि रेलवे बोर्ड/आरडीएसओ के आकलन के अनुसार जेएसपीएल की क्षमता प्रतिवर्ष 3.24 लाख टन 60ई1 1175 एचटी ग्रेड रेल उत्पादन की है जो मौजूदा स्थितियों में भारतीय रेलवे, मेट्रो रेल कॉरपोरेशंस, हाई-स्पीड कॉरिडोर की आवश्यकताओं को देखते हुए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि जेएसपीएल बांग्लादेश, श्रीलंका और अफ्रीका के अनेक देशों को रेल की आपूर्ति कर रही है। इसी तरह फ्रांस और यूरोपीय रेलवे को नियमित रूप से विशेष रेल ब्लूम का निर्यात किया जा रहा है।
इसके साथ ही जेएसपीएल विश्व स्तर की रेल उत्पादक कंपनी के रूप में स्थापित हो गई है, जो हम सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है।
60ई1 1175 हीट ट्रीटेड (एचटी) रेल 1080 हेड हार्डेंड रेल की ही बेहतरीन ग्रेड है, जिसे आरडीएसओ ने पहले ही मंजूरी दे दी है और जिनका इस्तेमाल मेट्रो रेल कॉरपोरेशंस, हाई-स्पीड कॉरिडोर और बुलेट ट्रेन के लिए हो रहा है। कोलकाता मेट्रो रेल परियोजना और पुणे मेट्रो में इस रेल का इस्तेमाल हो रहा है।
ये रेल प्रोफाइल और केमिस्ट्री के लिहाज से यूरोप की आर350एचटी ग्रेड के समान है हालांकि इसे अपेक्षाकृत अधिक कठिन गुणवत्ता जांच से गुजरना पड़ा है।
सितंबर में जेएसपीएल ने यूआईसी 60 किग्रा 880 ग्रेड प्राइम (क्लास-ए) रेल विकसित करने की जानकारी दी थी। इसे अपनी परियोजनाओं के लिए रेलवे ने नियमित आपूर्ति कर्ता का दर्जा प्रदान कर दिया है। जेएसपीएल अपने रायगढ़ स्थित प्लांट में रेल का उत्पादन करती है।