www.positiveindia.net.in
Horizontal Banner 1

भारत-ओमान ज्वाइंट कमीशन वर्चुअल मीटिंग का 9वां सत्र आयोजित

Ad 1

Positive India:Delhi,21 october 2020

Gatiman Ad Inside News Ad

भारत-ओमान ज्वाइंट कमीशन मीटिंग (जेसीएम) का 9वां सत्र 19 अक्टूबर, 2020 को वर्चुअल मंच के माध्यम से आयोजित किया गया। इसकी सह-अध्यक्षता वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी और ओमान सल्तनत के वाणिज्य, उद्योग और निवेश संवर्धन मंत्री श्री कैस बिन मोहम्मद अल यूसेफ ने की। बैठक में दोनों पक्षों के अलग—अलग सरकारी विभागों / मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने व्यापार और निवेश संबंधों में हाल के घटनाक्रमों की समीक्षा की और निवेश संबंधों और द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार करने और व्यवसायिक और आर्थिक संबंधों में इस्तेमाल ना होने वाली क्षमता का एहसास करने के वास्ते व्यवसायों को एक-दूसरे के देश में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की।
दोनों पक्ष, अन्य बातों के अलावा, कृषि और खाद्य सुरक्षा, मानक और मेट्रोलॉजी, पर्यटन, सूचना प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स, एमएसएमईएस, अंतरिक्ष, नागरिक उड्डयन, नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा, खनन और उच्च शिक्षा क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए सहमत हुए।
दोनों पक्षों ने खनन, स्टैन्डर्ड और मेट्रोलॉजी, वित्तीय खुफिया, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में संभावित समझौता ज्ञापन (एमओयू) की प्रगति की भी समीक्षा की और उन्हें शीघ्रता से समाप्त करने पर सहमति व्यक्त की। दोनों पक्ष भारत-ओमान डबल टैक्सेशन एग्रीमेंट और भारत-ओमान द्विपक्षीय निवेश संधि के संशोधन के प्रोटोकॉल के हस्ताक्षर और ​बहाली के लिए अपनी आंतरिक प्रक्रियाओं में तेजी लाने पर भी सहमत हुए।

Naryana Health Ad

दोनों पक्षों ने कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण उत्पन्न हुई अभूतपूर्व वैश्विक स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
भारतीय पक्ष ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर और बहाली के लिए ओमान की सराहना की। श्री पुरी ने विभिन्न क्षेत्रों के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाओं सहित भारत में व्यापार करने में आसानी और घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा की गई हालिया पहलों पर प्रकाश डाला और भारत में निवेश करने के लिए ओमानी सॉवरिन वेल्थ फंड्स और निजी व्यवसायों को आमंत्रित किया।
भारत और ओमान के बीच हमेशा करीबी और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं जो कई सालों से जारी है। जीवंत व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान सहित करीबी द्विपक्षीय संबंधों ने अब विश्वास और आपसी सम्मान के आधार पर एक रणनीतिक साझेदारी का विस्तार किया है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ाना रणनीतिक साझेदारी का एक प्रमुख तत्व है।
भारत और ओमान के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध मजबूत और बुलंद है। भारत ओमान के शीर्ष व्यापारिक भागीदारों में से एक है। ओमान के लिए, भारत अपने आयातों के लिए तीसरा सबसे बड़ा स्रोत और गैर-तेल निर्यात के लिए तीसरा सबसे बड़ा बाजार था। भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2019-20 में पिछले वर्ष की तुलना में 8.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5.93 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया। जबकि ओमान में भारत का निर्यात 2.26 बिलियन अमरीकी डॉलर था। भारत का ओमान से आयात 2019-2020 में 3.6 बिलियन अमरीकी डॉलर था।
द्विपक्षीय निवेश प्रवाह मजबूत हुआ है। भारतीय फर्मों ने ओमान में विभिन्न क्षेत्रों जैसे लोहा और इस्पात, सीमेंट, उर्वरक, कपड़ा, केबल, रसायन, मोटर वाहन, आदि में भारी निवेश किया है। ओमान में 4100 से अधिक भारतीय उद्यम और प्रतिष्ठान हैं, जिनका अनुमानित निवेश 7.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। अप्रैल 2000-जून 2020 की अवधि के दौरान ओमान से भारत में संचयी एफडीआई इक्विटी प्रवाह 535.07 मिलियन अमरीकी डॉलर था।
दोनों पक्ष वाणिज्य और उद्योग के अपने-अपने मंत्रालयों से एक केंद्र बिंदु और जेसीएम के दौरान हुई चर्चाओं के बारे में विचार-विमर्श के बाद आगे बढ़ने के लिए सहमत हुए।
दोनों मंत्रियों ने बैठक के सहमत मिनटों को स्वीकार किया था।

Horizontal Banner 3
Leave A Reply

Your email address will not be published.