Positive India:3 October 2020:
सेकुलर लिबरल गैंग की घ्राण शक्ति बहुत मजबूत है । वे आसन्न खतरों को पहचान लेते हैं ।
प्रथम परिवार – पटेल -येचुरी- राजदीप – सागरिका-खबिष ने वर्ष 2000 में भांप लिया था कि उनके सत्तर साल पुराने इको सिस्टम को नरेन्द्र मोदी ध्वस्त कर देगा; क्योंकि वह स्थापित राजनैतिक धारा के विपरित चलने वाला राजनेता है । वह परिवार से दूर है ,घोर हिंदूवादी है ,प्रचंड इमानदार है। उसे रोकने का मौका मिला 2002 के दंगों में । क्या क्या कुचक्र नहीं रचे गए , तत्कालीन गुजरात के गृहमंत्री को तो जेल में बंद भी किया गया , इशरतजहां एनकाउंटर केस में आई पी एस बंजारा सहित एसआईटी की सारी टीम को सस्पेंड कर दिया गया और सीबीआई ने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल्ली में सात सात घंटे बेंच पर बिठा कर रखा गया ।
राणा अय्यूब ने वाशिंगटन पोस्ट में Butcher of Gujarat नामक लेख लिखा और गुजरात फाइल्स नामक किताब लिखी। मकसद था नरेंद्र मोदी को जड़ से उखाड़ फेंकना; क्योंकि उन श्वानों ने सूंघ लिया था कि यह आदमी हमारे पूरे साम्राज्य को नष्ट कर देगा।
आज फिर उसी श्वान समूह की घ्राण शक्ति तीव्र हो गई है । आदित्य नाथ योगी में 2002 वाला मोदी नजर आ रहा है । सारा सेकुलर लिबरल वामपंथी गिरोह तैयार हो गया है । हाथरस को गुजरात बनाने की तैयारी है । योगी की संभावना को कुंद करने की कवायद शुरू है। जैसे मोदी का विरोध कुछ भाजपाई भी कर रहे थे वैसे ही आज योगी जी के साथ हो रहा है ।
उस समय मोदी को अपराधी घोषित कर दिया गया था, मानो मोदी ने खुद अपने हाथों से लोगों को मारा था।
आज योगी पर इसी अंदाज में हमले हो रहे हैं जैसे उन्होंने खुद बलात्कार किया है।
मगर जनता ने इस षड्यंत्र को उस समय भी फेल किया था और इस बार भी फेल करेगी।
यह नया भारत है।
साभार:सुजीत तिवारी-एफबी(ये लेखक के अपने विचार हैं)