अंत्योदय दिवस के अवसर पर दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना का स्थापना दिवस
कौशल से कल बदलेंगे डीडीयू-जीकेवाई कार्यक्रम के रूप में मनाया जाएगा
Positive India: Delhi;25 September2020.
25 सितंबर, 2014 को पंडित दीन दयाल उपाध्याय की 98 वीं जयंती के अवसर पर ‘अंत्योदय दिवस’ घोषित किया गया था। आज के दिन ही ग्रामीण विकास मंत्रालय ने 2014 में इसे आजीविका स्किलस नामक मौजूदा कौशल विकास कार्यक्रम को दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के रूप में फिर से पुनः विकसित किया, जिसके माध्यम से अधिक पहुंच, कवरेज और गुणवत्ता पर जोर दिया गया है। ग्रामीण विकास मंत्रालय ने ऐसा करने में अपने कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों को लागू करने में 15 वर्षों से प्राप्त अनुभव का उपयोग किया है। डीडीयू-जीकेवाई अब एक मांग पर आधारित प्लेसमेंट-लिंक्ड स्किलिंग कार्यक्रम है, जो ग्रामीण गरीब युवाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के अवसरों से अवगत करा कर लाभान्वित होने में सक्षम बनाती है।
अंत्योदय मिशन की भावना ‘अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने’ में निहित है। ग्रामीण विकास मंत्रालय भी सभी पात्र ग्रामीण युवाओं तक पहुंच स्थापित करके इस आदर्श वाक्य को साकार करने की दिशा में काम कर रहा है। गत 6 वर्षों की अवधि में ग्रामीण विकास हेतु, डीडीयू-जीकेवाई ग्रामीण युवकों के लिए एक प्रभावी पहल साबित हुई है, जो बाजार से जुड़े कौशल तथा सतत रोजगार के अवसर प्रदान करती है।
ग्रामीण विकास मंत्रालय, अंत्योदय की भावना के अनुरूप काम करते हुए और अंत्योदय दिवस 2020 को मनाने के लिए, देश भर में फैले अपने सक्षम और उत्साही लाभार्थियों, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों, परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियों, नियोक्ताओं और ग्रामीण युवाओं तथा अन्य हितधारकों के साथ दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना (डीडीयू-जीकेवाई) का फ़ाउंडेशन डे ऑनलाइन मना रहा है।