मुस्लिम लीडर मुजम्मिल पाशा ने बेंगलुरु में भड़काई हिंसा
बेंगलुरु में पीएफआई ने किया नया प्रयोग
Positive India:Bengaluru;12 Aug 20:
मुस्लिम लीडर मुजम्मिल पाशा ने बेंगलुरु में हिंसा भड़का दी। मुजम्मिल पाशा एसडीपीआई यानी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का डिस्ट्रिक्ट जनरल सेक्रेटरी है। एसडीपीआई पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की पॉलिटिकल विंग है। पीएफआई ने ही पहले शाहीन बाग तथा बाद में दिल्ली दंगों का प्रयोग किया।
पैगंबर मोहम्मद पर एक टिप्पणी को लेकर मुजम्मिल पाशा ने बेंगलुरु में मुस्लिम युवाओं को भड़का दिया, जिन्होंने डीजे हल्ली तथा केजी हल्ली पुलिस स्टेशन को आग लगा दी। इतना ही नहीं इस मुस्लिम दंगाइयों की भीड़ ने बहुत सारी गाड़ियों तथा दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया।
दंगाइयों को काबू करने के लिए पुलिस ने हवा में गोलियां चलाईं तथा आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस की इस कार्रवाई में 3 लोगों की मौत हो गई।
दंगाइयों के निशाने पर कांग्रेस एमएलए तथा एक दलित लीडर का मकान था।
इस दंगे में 60 पुलिसवाले घायल हो गए। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 145 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बेंगलुरु पुलिस ने दंगा भड़काने वाले आरोपी मुजम्मिल पाशा, ग्लास जफर तथा कलाम पाशा को गिरफ्तार कर लिया है।
ज्ञात हो एसडीपीआई पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का ही पॉलिटिकल विंग है। पीएफआई वहीं संस्था है जिसने शाहीन बाग में धरने कराए तथा दिल्ली में दंगों को अंजाम दिया था।
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने जांच के आदेश दे दिए हैं। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट इसकी जांच करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री ने सख्त कदम उठाते हुए यह आदेश जारी किया है कि दंगाइयों द्वारा नष्ट की गई प्रॉपर्टी की कीमत वसूली जाएगी वह भी यूपी के चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ के तर्ज पर। दंगाइयों की संपत्ति जप्त होगी।