पॉजिटिव इंडिया :रायपुर, 26 जुलाई 2020
राज्य के कवर्धा वनमंडल में परम्परागत वनौषधि को बढ़ावा देने के लिए ‘घर अंगना जरी बुटी बगिया‘ का विशेष कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके तहत घर-आंगन और बाड़ी में औषधीय पौधे लगाने के लिए पौधों का निःशुल्क वितरण जारी है। ‘घर अंगना जरी बुटी बगिया‘ कार्यक्रम के अंतर्गत कवर्धा वनमंडल में वनवासियों को अब तक विभिन्न औषधीय प्रजाति के एक लाख 20 हजार पौधों का वितरण किया जा चुका है। इस संबंध में वन मंडलाधिकारी श्री दिलराज प्रभाकर ने बताया कि कवर्धा वनमंडल के ताईतिरनी, भंगीटोला, घोघरा, धनवाही, थांवरझोल (छपरी), चिल्फी, राजाढार, धामिनडीह, खमरिया, बोदा 47, करमंदा और किनारीटोला आदि ग्रामों में औषधीय पौधों का वितरण किया जा रहा है। इनमें गुड़मार, पीपली, हड़जोड़, अडूसा, ब्राह्मी, गिलोय, एलोवेरा, निर्गुंडी, सहजन, तथा तुलसी आदि के पौधे शामिल हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ लोक स्वास्थ्य परंपरा संवर्धन अभियान के तहत उक्त ग्रामों में परिचर्चा आयोजित कर इसके महत्व के बारे में जानकारी दी गई और वहां ग्रामवासियों की मांग तथा उपलब्धता के आधार पर पौधों का वितरण किया गया। इस दौरान ग्रामीणों को वन औषधि के उपयोग संबंधी मार्गदर्शन देने के लिए मार्गदर्शिका भी प्रदाय की गई