तुम चरागों में रोशनी रखना
05 अप्रैल, आज रात्रि 9:00 बजे घर की बालकॉनी या मुख्य द्वार पर दीप जलाना न भूलें।
Positive India:Rajesh Jain Rahi:
घर पर रहने का संदेश
“प्रेम गीत में देशभक्ति”
गीत है तू, गुलाब भी तू ही,
मीत है तू, शराब भी तू ही,
हाल अपना तुझे बताऊँ क्या,
प्रश्न है तू, जवाब भी तू ही।
मेरी सांसों पे मीत घेरा है,
मेरे दिल में तेरा बसेरा है,
माना मिलने पे सख्त पहरा है,
मेरे होठों पे नाम तेरा है।
पाँव चौखट के पार मत धरना,
अभी कमसिन हो काम कम करना।
वक़्त आया कठिन भी निकलेगा,
तुम चरागों में रोशनी रखना।।
05 अप्रैल, आज रात्रि 9:00 बजे घर की बालकॉनी या मुख्य द्वार पर दीप जलाना न भूलें।
लेखक:कवि राजेश जैन राही, रायपुर।