राजधानी के 54 स्कूलो के 54 शिक्षकों का हुआ सम्मान
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स का नेशन बिल्डर अवार्ड सेरेमनी संपन्न।
Positive India:Raipur:एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स की ओर से बुधवार को वृंदावन हॉल में नेशन बिल्डर अवॉर्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 54 स्कूल के 54 शिक्षकाें को राष्ट्र निर्माण में उलेखनीय योगदान के लिए *नेशन बिल्डर अवार्ड 2019* से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अथिति भारत शिक्षा रत्न जवाहर सूरी सेट्टी ने कहा कि मां जिस भावना से खाना बनाती है और जो हमेशा हमें अच्छा लगता है, वैसे ही हर टीचर्स को बच्चों को पढ़ाते समय वहीं भावना रखनी चाहिए। हम कुछ बाहर का खाना खाके बोर हो जाते है लेकिन मां के खाने से कभी बोर नहीं हाते है, ये बात याद रखनी चाहिए। शिक्षकों को नए टेक्नोलॉजी का सही यूज करके बच्चों के विकास में उपयोग करना अच्छा होगा।
कार्यक्रम के विशेष अथिति *सीआईआई के पूर्व अध्यक्ष रमेश अग्रवाल* ने एक स्टोरी सुनाई जिसमें उन्होंने बताया कि एक बार मदर टैरेसा के पास कुछ लोग गए जिन्होंने उन्हें युध्द विराम मार्च में शामिल होने के लिए कहा पर उन्होंने मना कर दिया। जब उन्हें मना करने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं शांति यात्रा में आऊंगई युध्द विराम मार्च में नहीं। ये कहने से उनका संदेश ये था कि अपने जीवन से हर प्रकार की निगेटिव बातों को दूर करना चाहिए, नेगेटिविटी को दूर रखेंगे तो हमेशा सुखी रहेंगे। यही बात बच्चों को शिक्षकों को सीखनी चाहिए जिससे हम एक बेहतर समाज और राष्ट्र का निर्माण कर सकते है।
*संस्था के प्रदेश अध्यक्ष पंकज चोपड़ा* ने कहा कि भारत विश्व गुरु माना जाता था। आज नासा में 12% वैज्ञानिक भारतीय मूल के है साथ ही दूसरों देशों में भी भारतीयों ने अपने ज्ञान का लोहा मनवा रहे है और दुनिया के लगभग हर देश मे छाए हुए है। वीगत कुछ वर्षों इसरो के वैज्ञानिकों ने पूरे विश्व मे भारत को विज्ञान के क्षेत्र में नई उच्चाईयो में पहुचाया है। पर इन सभी की सफलता उनके शिक्षकों के योगदान के कारण की संभव हो पाई है। अगर शिक्षक चाहे तो भारत देश को फिर से विश्व गुरु बना सकते है साथ ही एक बेहतर समाज बना सकते है।
वुमन विंग की प्रदेश अध्यक्षा शिल्पा नाहर ने एसोसिएशन के कार्य और योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने मानवाधिकार क्यों जरूरी है ये बताते हुए एक घटना भी शेयर की उन्होंने बताया कि एक कैंसर पेशेंट का ईलाज इसलिए नहीं क्योंकि उसने किमो की दवाई बाहर से खरीदी थी औ डॉक्टर चाह रहा था कि वो हॉस्पिटल से ही दवा लें। हमने उससे बात की और उसका सॉल्यूशन निकाला। हम अधिकारों के साथ लोगों के कर्तव्यों के बारे में बताते है।
कार्यक्रम की शुरुआत कु. राशि कौर ने सरस्वती वंदना पर कथक नृत्य से किया। कार्यक्रम के दौरान प्रेरणा ब्लाइंड स्कूल और आरंभ स्कूल के बच्चो ने शानदार प्रस्तुति दे कर उपस्थितजनो का दिल जीत लिया। स्टेट जनरल सेक्रेटरी पंकज कुरेजा ने वोट ऑफ थैक्स किया। कार्यक्रम का संचालन मोनिका बागरेजा ने किया। जैन पब्लिक स्कूल के प्रसिडेंट प्रमोद लुनावत, अभय पारिख, इंदर जग्गी, अजय राठौड़, हरदीप कौर, मंजरी जैन, दिलीप सलूजा, सतीश गुप्ता, सुषमा समंतरॉय, राशिका पारख, एस पी सिंह, प्रफुल्ल संचेती, अर्चना सिंह उपस्थित थे।