आदरणीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी
नमस्ते!
सर दो चित्र मैने भेजे हैं: a/आदरणीय प्रधानमंत्री जी पहले में मुझे मेडल पहना रहे हैं।
b/ आदरणीय प्रधानमंत्री जी द्वारा हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र
–सर!कई प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टलों में मेरे बारे में आपका बयान पढ़ा।आपने दंतेवाड़ा में मेरे कार्यकाल में आदिवासियों के शोषण का आरोप लगाया है।
1/सर! मैंने 2011 से 2013 के बीच दंतेवाड़ा में बतौर कलेक्टर पूरी निष्ठा से स्थानीय आदिवासी भाई बहनों के बेहतर भविष्य के लिये हरसंभव प्रयास किया।सर!आज छू लो आसमान परियोजना से हजारों स्थानीय आदिवासी बच्चे अपना भविष्य संवार रहे हैं। आज यहां 100%बच्चे पास हो रहे हैं,70% बच्चे फर्स्ट डिवीज़न आ रहे हैं,बच्चे मेडिकल कालेज,इंजीनियरिंग कालेज,बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय तक पहुंच रहे हैं।सुकालू मंडावी नाम का बिना माता पिता का चोलनार गांव का बच्चा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में आज पढ़ाई कर रहा है।बालूद गांव के बच्चे मेडिकल कालेज में डॉक्टर बनने के लिये पढ़ाई कर रहे हैं।आपने मुख्यमंत्री बनते ही इसी वर्ष इनमें से कई युवाओं का सम्मान भी किया है।
2/सर!इस वर्ष नन्हें परिन्दे परियोजना के कारण नवोदय विद्यालय में कुल 80 में से 75 सीटों में स्थानीय गरीब आदिवासी बच्चे चयनित हुए हैं।अब तक पिछले 8 सालों में सैकड़ों स्थानीय आदिवासी बच्चे, नवोदय विद्यालय में प्रवेश पा चुके हैं।
3/तत्कालीन प्रयासों के कारण लगभग 20हजार स्थानीय आदिवासी बच्चे आवासीय सुविधा के साथ दंतेवाड़ा में पढ़ाई कर पा रहे हैं।एक पीढ़ी को अंधकार से निकाल कर शिक्षा के प्रकाश में लाकर उनके जीवन को सुधारने का प्रयास किया गया है।
4/जावंगा गांव में एजुकेशन सिटी बनाई गई,जिसका लाभ 6,000 से अधिक स्थानीय युवाओं को मिल पा रहा है।अमेरिकी रेटिंग एजेंसी KPMG ने इसे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ परियोजनाओं में शामिल किया है।
5/सर! हम सब लोगों के प्रयासों से दंतेवाड़ा में स्थापित लाइवलीहुड कालेज की प्रेरणा से हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी 27 जिलों में आज लाइवलीहुड कालेज स्थपित किया गया है।
6/हम लोगों के समय विकसित KVK:कृषि विज्ञान केन्द्र को देश के सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्र के रूप में पुरष्कृत किया गया है।
7/करीब 200 स्थानीय आदिवासी बहनों को निःशुल्क नर्सिंग कोर्स कराया गया।
8/ सर!पालनार,मोखपाल,मेटापाल,हितमेटा , बेंगलूर,गाटम,चितालूर,बांगापाल, कणमपाल,गुड़से,हितावर,धनिकरका अरनपुर, जैसे अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार का प्रयास किया गया।
9/गांव गांव में पेयजल के लिये काम किये गये। NMDC के लाल पानी से प्रभावित आदिवासी किसानों के हक में मुआवजा दिलाया गया।
10/सर! आपने ठेकेदारों के मदद का आरोप लगाया है। मैंने जिन क्षेत्रों में कोई काम करने की हिम्मत नही करता था,वहाँ सुरक्षा दिलवाई,उनका मनोबल बढ़ाया।सर! बस्तर जैसे क्षेत्रों में एक ठेकेदार भी अपनी जान को जोखिम में डालकर काम करता है। उसे शिक्षा,स्वास्थ्य,बिजली, सड़क-सभी प्रकार के विकास के एक जरूरी अंग के रूप में स्वीकार करना चाहिये,न कि उन पर सतही आरोप लगाना चाहिये।
—-सर! दंतेवाड़ा के मेरे कार्यकाल के प्रयासों को आपके कांग्रेस सरकार के तत्कालीन प्रधानमंत्री आदरणीय श्री मनमोहन सिंह जी ने सराहते हुए व्यक्तिगत श्रेणी का प्रधानमंत्री पुरुस्कार, बाई नेम -ओपी चौधरी-अर्थात, मुझे प्रदान किया था।उनके प्रमुख सचिव श्री टी०के०ए० नायर जी स्वयं दन्तेवाड़ा के प्रयोगों का अवलोकन करने आये।नीति आयोग और प्रशासनिक सुधार विभाग ने इनका अध्ययन कराया।वर्तमान प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं राष्ट्रपति महामहिम श्री राम नाथ कोविंद जी भी इन प्रयासों का अवलोकन करने आये ।सबने इन प्रयासों को सराहा।
मेरे कार्यकाल के आदिवासी भाइयों के उत्थान और बस्तर क्षेत्र के बेहतर भविष्य हेतु किये गये ऐसे प्रयासों को आपके द्वारा आदिवासी भाइयों के शोषण की संज्ञा देना मेरी समझ से परे है सर!
एक अदना सा व्यक्तित्व: ओपी चौधरी
साभार:ओ पी चौधरी