हरियाणा में अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा की जन आशीर्वाद रैली को हरी झंडी दिखाने से पहले सिंह यहां एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, अगर बातचीत (पाकिस्तान के साथ) होती है तो यह पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) पर होगी, न कि किसी अन्य मुद्दे पर।’’
सिंह ने कहा, अगर पाकिस्तान के साथ किसी तरह की वार्ता होनी है तो उन्हें आतंकवाद को सहयोग और प्रोत्साहन देना करना बंद करना होगा। रक्षा मंत्री ने सवाल किया कि हम उनसे किस मुद्दे पर बात करें और क्यों करें? इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, कृष्णपाल गुर्जर और रतन लाल कटारिया तथा कई अन्य कैबिनेट मंत्री और राज्य के भाजपा विधायक मौजूद थे।उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में लोग कह रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत होनी चाहिए।
रक्षा मंत्री ने पूछा, ‘‘हम किस बारे में बात करें? मुद्दा क्या है जिस पर बात की जानी चाहिए? बातचीत क्यों होनी चाहिए? यदि पाकिस्तान से कोई बात होगी तो यह केवल तब होगी जब वह अपनी जमीन से संचालित आतंकवाद को समर्थन देना बंद करेगा।सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार के लिए भारत का सम्मान, गौरव और प्रतिष्ठा सर्वोपरि है और वह यह सब करने के लिए प्रतिबद्ध है तथा यह कोई चुनावी स्टंट नहीं है।
संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करने के बारे में उन्होंने कहा कि इस कदम से पड़ोसी देश कमजोर हुआ है और यह उसके लिए चिंता का कारण बन गया है।
उन्होंने कहा, अब वह (पाकिस्तान) हर दरवाजे को खटखटा रहा है और खुद को बचाने के लिए विभिन्न देशों से सहयोग मांग रहा है। क्या हमने अपराध किया है? और वे हमें धमकी देने की कोशिश कर रहे हैं। बहरहाल, लोगों द्वारा दुनिया के सबसे शक्तिशाली माने जाने वाले देश अमेरिका ने पाकिस्तान को झिड़क दिया है और उसे भारत के साथ वार्ता शुरू करने के लिए कहा है।सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के माध्यम से भारत को अस्थिर और कमजोर करना चाहता है।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान आतंकवाद का इस्तेमाल कर हमारे देश को तोड़ना चाहता है। लेकिन हमारे 56 इंच के सीने वाले प्रधानमंत्री ने देश को दिखा दिया है कि निर्णय कैसे किया जाता है। उन्होंने पुलवामा हमले के बाद माकूल जवाब देने का फैसला किया और हमारी वायुसेना ने बालाकोट हमले को अंजाम दिया।’’
रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल में कहा था कि भारत बालाकोट से भी बड़े हमले की योजना बना रहा है, जिसका मतलब है कि उन्होंने स्वीकार किया कि बालाकोट में हवाई हमला हुआ था, जबकि पहले वह बालाकोट हवाई हमले को नकार रहे थे।
राफेल विमानों की खरीद के मुद्दे पर सिंह ने कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि ‘‘यदि हमें राफेल मिल गया होता तो हमारी वायुसेना को बालाकोट जाने की जरूरत नहीं पड़ती। हम उन आतंकवादियों का खात्मा अपनी जमीन पर रहकर ही कर देते।’’
उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही राफेल विमान खरीदेगी।
रक्षा मंत्री ने सरकार के दूसरे कार्यकाल में किए जा रहे विकास कार्यों का भी उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने कई विकास कार्य किए हैं, लेकिन हमने राष्ट्र के गौरव से संबंधित मुद्दों को नहीं छोड़ा। हमने अपने चुनाव घोषणापत्र में जो भी कहा था, हम उसे पूरा करने को कटिबद्ध हैं।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष कहा करता था कि यदि कोई अनुच्छेद 370 को छूने की कोशिश करेगा तो देश बॅंट जाएगा और भाजपा सत्ता में नहीं आ पाएगी।उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह स्पष्ट तौर पर कहना चाहता हूं कि भाजपा सरकार बनाने की राजनीति नहीं करती। हम राष्ट्र निर्माण की राजनीति करते हैं। किसी भी परिस्थिति में हम देश की प्रतिष्ठा धूमिल नहीं होने देंगे। भाजपा के चुनाव घोषणापत्र में किए गए वायदों के बारे में सिंह ने कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री हमें घोषणापत्र में किए गए वायदों के प्रति प्रतिबद्ध रहने की बात याद दिलाते रहते हैं। ‘प्राण जाए पर वचन न जाए।’ हम अपने द्वारा किए गए वायदों से पीछे नहीं हटते। हमने जम्मू कश्मीर के हित में और इसके युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए अनुच्छेद 370 के प्रावधानों और अनुच्छेद 35 ए को खत्म कर दिया है…।’’
रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी हिन्दू और मुसलमान को नहीं बांटती।भाजपा नेता ने कहा, ‘‘हमारी सोच यह है कि दोनों भाई हैं। वोट बैंक की राजनीति करने वाले सत्ता पाने के लिए समुदायों को बांटते हैं।’’
सिंह ने हरियाणा के लोगों से अपील की कि वे राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 75 सीट जीतने के भाजपा के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करें और मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार को फिर से सत्ता में लाएं।