मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजधानी रायपुर में अमृत मिशन के तहत 88 करोड़ रूपए के 12 कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया।
Positive India: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने यहां राजधानी रायपुर में रक्षाबंधन और भोजली त्योहार के अवसर पर अमृत मिशन के तहत लगभग 88 करोड़ रूपए के 12 कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इनमें 73 करोड़ 54 लाख रूपए की लागत से नए स्वीकृत पांच कार्यों का भूमिपूजन और 15 करोड़ 42 लाख रूपए के सात कार्यों का लोकार्पण शामिल है। उन्होंने इस अवसर पर रायपुर शहर में घर-घर कचरा इकट्ठा करने वाली वाहनों की ट्रेकिंग के लिए एप का लोकार्पण भी किया।
लोकार्पण समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रायपुर शहर को संुदर और व्यवस्थित स्वरूप देने के लिए रायपुर नगर निगम और रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा बेहतर ढंग से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रायपुर शहर और आस-पास के क्षेत्रों में पेयजल संबंधी जरूरतों को देखते हुए अमृत मिशन के तहत पेयजल प्रदाय सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिससे आगामी 40 वर्षों तक पेयजल की दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि शहर के लोगों को स्वच्छ वातावरण देने के लिए उद्यानों का विकास किया जा रहा है, यह रायपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में बड़ा कदम है।
समारोह में कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि रायपुर शहर को राजधानी और स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने में तथा साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखने में आम नागरिकों की भी जवाबदारी है। उन्होंने विभिन्न विकास योजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि रायपुर में छोटी रेल लाइन पर एक्सप्रेस हाई वे भी तैयार किया जा रहा है। सांसद रमेश बैस ने कहा कि स्मार्ट शहर में लोगों स्वच्छ वातावरण देने के लिए शहर के तीन लाख वर्गफीट में उद्यान विकसित किया है। इनमें सबसे बड़ा उद्यान कलेक्टोरेट के पीछे विकसित किया जा रहा है। यह 19 एकड़ में फैला है। समारोह को महापौर प्रमोद दुबे, भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत, छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष देवजी भाई पटेल, विधायक श्रीचंद सुन्दरानी और सत्यनारायण शर्मा, रायपुर नगर निगम के महापौर प्रमोद दुबे, सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष छगन मुंदड़ा सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने जिन कार्यों का लोकार्पण किया उनमें शहर के हृदय स्थल पर एक करोड़ 96 लाख रूपए की लागत से गुरू बाबा घासीदास चौक (घड़ी चौक) और आजाद चौक के जीर्णोद्धार एवं सौदर्यीकरण, 30 लाख रूपए की लागत से शहीद स्मारक परिसर में महिला चौपाटी, 10 करोड़ 43 लाख की लागत से श्याम नगर में जलप्रदाय कार्य, दो करोड 73 लाख रूपए की लागत से, कबीर नगर में उद्यान, एम.आर. कालोनी टैगोर नगर, इंद्रावती कालोनी और रामकृष्ण अस्पताल के पास उद्यान का लोकार्पण शामिल है। इसी प्रकार उन्होंने 12 करोड़ 36 लाख रूपए की लागत से 80 एम.एल.डी. क्षमता वाले नवीन जल शुद्धिकरण संयंत्र, 9 करोड़ 43 लाख रूपए के जलप्रदाय आटोमेशन कार्य, 46 करोड़ 90 लाख रूपए की लागत से जोरा, देवपुर, और बोरियाखुर्द क्षेत्र में जल प्रदाय कार्य, एक करोड़ 68 लाख रूपए की लागत से सरजूबांधा तालाब -उद्यान विकास कार्य, 3 करोड 14 लाख रूपए की लागत से कारी तालाब का पुर्नजीवीकरण एवं सौदर्यीकरण कार्य का भूमिपूजन और शिलान्यास शामिल है।
समारोह में नगर निगम आयुक्त रजत बंसल ने बताया कि अमृत योजना के तहत बनाए गए उद्यानों में कबीर नगर का उद्यान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की थीम पर आधारित है। राम कृष्ण अस्पताल का उद्यान में कबाड़ और कचरे के प्रति नई सोच विकसित करने के लिए यहां कबाड़ से अलग अलग चीजें बनायी गई है। इंद्रावती कालोनी का उद्यान बच्चों की थीम पर बनाया गया है। इन सभी उद्यानों में सोलर एनर्जी से लाइट और पानी के लिए सोलर पम्प लगाए गए हैं। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए शहीद स्मारक के पास चौपाटी का विकास किया गया है। यहां महिला स्वसहायता समूहों के द्वारा व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन की जाएगी। श्याम नगर जल आवर्धन योजना से सिविल नगर के साथ ही वार्ड क्रमांक 42,44,43 और 47 के निवासियों को 33 सौ किलो लीटर के नई टंकी से पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत ही रायपुर की संस्कृति और विरासत को नया कलेवर देने के लिए गुरू बाबा घासीदास चौक (घड़ी चौक) और आजाद चौक का जीर्णो़धार किया गया है। यहां कबाड़ से जुगाड़ की थीम पर नए इंस्टालेशन भी किए जाऐंगे। जल प्रदाय के आटोमशन के तहत भाटागांव जल शुद्धिकरण संयंत्र में कंट्रोल सिंस्टम बनाया जाएगा। इसके अलावा यहां इंटेकवेल और जल संयंत्र में कमांड सेन्टर स्थापित किए जाएंगे। इसी प्रकार रायपुर शहर में जल प्रदाय के विस्तार के लिए 80 एम.एल.डी. क्षमता के बनाए जाने वाले नवीन जल शुद्धिकरण संयंत्र में 24 नए पम्पों की स्थापना की जाएगी।