बीएचयू के बिड़ला-A हॉस्टल के बाहर मंगलवार को ताबड़तोड़ फायरिंग कर निष्कासित छात्र की हत्या कर दी गई। उसके पेट में तीन गोलियां लगी थीं। गंभीर हालत में पुलिस उसे ट्रॉमा सेंटर ले गई, जहां उपचार के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई। रात में ही पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करा दिया। लंका पुलिस के अनुसार, छात्र के पिता ने चीफ प्राक्टर रोयाना सिंह के खिलाफ तहरीर दी है। इस पर कार्रवाई की जा रही है।
एमसीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई के दौरान आगजनी की एक घटना के कारण विश्वविद्यालय से निष्कासित किया गया गौरव सिंह मंगलवार शाम बिड़ला हॉस्टल चौराहे पर अपने कुछ दोस्तों के साथ खड़ा था। करीब 6.30 बजे दो बाइक पर सवार चार लोग आए और गौरव पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने करीब दस गोलियां चलाईं। गौरव को तीन गोलियां लगीं और वह गिर पड़ा। अचानक हुए हमले से छात्रों में अफरातफरी मच गयी। सूचना पाकर प्रॉक्टोरियल बोर्ड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायल गौरव को ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां देर रात करीब 1:30 बजे उसकी मौत हो गई।
इस बीच छात्रों ने गोलीबारी के लिए बिड़ला-C हॉस्टल के छात्रों को दोषी ठहराते हुए उनपर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें किसी तरह शांत कराया। इसके बाद छात्र ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और वहां हंगामा शुरू कर दिया। हमलावर हवा में गोलियां चलाते हुए भाग निकले। पुलिस ने संदेह के आधार पर चार लोगों को हिरासत में ले लिया।
बीएचयू की चीफ प्रॉक्टर रोयना सिंह के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ किया गया है। गौरव के पिता राकेश सिंह की तहरीर पर बीएचयू चीफ प्रॉक्टर रोयना सिंह ,आशुतोष त्रिपाठी, रूपेश तिवारी,कुमार मंगलम ,विनय द्विवेदी और दो-तीन अज्ञात के खिलाफ 147, 148,149, 120 बी, 302, 34, 7 आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। प्रॉक्टर पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया गया है।