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डॉक्टर रमन सिंह तथा नितिन गड़करी ने 2375 करोड़ रूपये के 28 सड़क निर्माण कार्यों की मंच से ही तत्काल स्वीकृति प्रदान की।

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Positive India: केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गड़करी एवं मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित अन्य मंत्रीगणों की मौजूदगी में आज रायपुर-दुर्ग बायपास, रायपुर-दुर्ग के मध्य चार फ्लाई ओव्हर एवं रायपुर शहर के टाटीबंध जंक्शन फ्लाई ओव्हर निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया गया। साथ ही साथ आरंग से सरायपाली मार्ग एवं रायपुर-दुर्ग मार्ग का चौड़ीकरण का लोकार्पण भी किया गया। दुर्ग जिले के चरौदा नगर के दशहरा मैदान में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गड़करी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 4 बरसों में छत्तीसगढ़ सरकार को सड़क निर्माण कार्य के लिए लगभग 35 हजार करोड़ दिए हैं। अब सड़क निर्माण के लिए और 40 हजार करोड़ दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के पास पैसे की कमी नहीं है। काम गुणवत्ता पूर्ण होने चाहिए। हमने काम के लिए ऐसी प्रणाली विकसित की है कि ठेकेदारों के एक रुपया भी बकाया नहीं है। श्री गड़करी ने कहा कि वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ सहित 3 नए राज्य पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बनाये। इनमें छत्तीसगढ़ तेजी से विकास कर रहा है। कृषि विकास की दर यहां 6 प्रतिशत से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि कृषि के अंतर्गत हमें केवल चांवल, दाल, शक्कर और गेहूं तक ही सीमित नहीं रहना है। देश मंे इनका उत्पादन सरप्लस हो गया है। खेती किसानी में हमंे नई तकनीकी को शामिल करना होगा। मंत्री श्री गड़करी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बायोफ्यूल विकास की काफी संभावनाएं हैं। यहां के जंगलों में रतनजोत के अलावा करंज, महुआ, नीम, कुसुम आदि के पौधे बड़ी मात्रा में उपलब्ध हैं, जो बायो डीजल के बड़े स्रोत हैं। इनसे तेल निकालने के लिए स्थानीय स्तर पर उद्योग लगेंगे, जिससे वनवासी परिवारों को लाभ मिलेगा। छत्तीसगढ़ पूरे देश के लिए बायोफ्यूल का हब बन सकता है। उन्होंने बताया कि नागपुर में लगभग एक हजार ट्रेक्टर बायोफ्यूल से चल रहे हैं। आवश्यकता इनमंे और अनुसंधान करने की है। श्री गड़करी ने कहा कि हमने अभी पेट्रोल में एथेनॉल मिलाकर वाहन चलाने का सफलतापूर्वक प्रयोग किया है। इसे और बढ़ावा दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में धान की खेती के पैरा का उपयोग भी इथेनॉल निर्माण में किया जा सकता है। इससे किसानों को फायदा होने के साथ ही पेट्रोल के दाम भी कम होंगे।
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मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में सड़कों के जाल बिछाने में श्री गड़करी जी का महत्वपूर्ण योगदान है। वे पहले ऐसे मंत्री है जो हमारी जरूरत को समझते हुए स्वयं होकर कार्यो की मंजूरी प्रदान कर देते है। कोई भी प्रस्ताव के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता है। सड़क परिवहन मामलों के वे काफी जानकार है तथा यातायात को सुगम और गतिशील बनाने के लिए नए-नए उपाय करते रहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी से लेकर वर्ष 2014 तक राज्य में जितने सड़कों का निर्माण हुआ उससे 10 गुना ज्यादा सड़को का निर्माण पिछले 4 सालों में हुआ है। डॉ सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहले केवल 3-4 मीटर चौड़ाई की सड़क बनती थी। यहां तो कई राष्ट्रीय राजमार्ग मिट्टी के भी बने थे जबकि देश मे कहीं ऐसा नहीं था। यह परम्परा अब बदली है। रोड अब 10 मीटर चौड़ी बन रही है। जरूरत के हिसाब से सड़क के ऊपर सड़क बनाया जा रहा है। सड़क निर्माण के क्षेत्र में श्री गड़करी ने काफी काम किये है। इतिहास में सड़क निर्माण के लिए प्रसिद्ध बादशाह शेरशाह सूरी के बाद श्री गड़करी ने ज्यादा ध्यान दिया है। उन्होंने गाँव तक सड़क पहुचाने की परिकल्पना को पूरा किया है। डॉ. सिंह ने कहा कि सड़कों के लिए छत्तीसगढ़ ने काफी कष्ट उठाया है। बिलासपुर-रायपुर सड़क निर्माण कार्य को मंजूरी प्रदान करने में काफी विलम्ब हुआ। अब जाकर यह कार्य पूरा हुआ और चमचमाती कॉन्क्रीट की सड़क बन रही है।
इस अवसर पर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि भारत माला परियोजना के तहत राज्य में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चार साल पहले एक सड़क स्वीकृत कराने के लिए अनेकों बार दिल्ली जाना होता था। राजधानी रायपुर के साथ-साथ दूरस्थ अंचल सुकमा, कोण्डागांव, कोरिया, जशपुर जैसे पिछड़े हुए क्षेत्रों में भी सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के लिए अनेक राष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति दिए जाने पर मंत्री श्री गड़करी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री सांवला राम डाहरे ने कहा कि अहिवारा विधानसभा क्षेत्र में अनेक ऐतिहासिक विकास कार्य किए गए हैं। उन्हांेने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की कुशल नेतृत्व से प्रदेश के साथ-साथ क्षेत्र के विकास के लिए उनका अभिवादन किया।
इस अवसर पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री श्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, लोकसभा सांसद  अभिषेक सिंह, संसदीय सचिव  लाभचंद बाफना, विधायक वैशालीनगर  विद्यारतन भसीन, दुर्ग निगम के महापौर श्रीमती चन्द्रिका चन्द्राकार और चरौदा भिलाई निगम की महापौर श्रीमती चंद्रकांता माण्डले सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।
लगभग 2,375 करोड़ रुपए के 28 सड़क मार्ग के उन्नयन और सुधार कार्यों की स्वीकृति
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के प्रस्ताव पर केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गड़करी ने आज अटल विकास यात्रा के दौरान चरोदा में आयोजित कार्यक्रम में 5 नए बायपास सड़क मार्ग – कोण्डागांव, जगदलपुर शहर, लखनपुर, कवर्धा, बेमेतरा सहित 2375 करोड़ रूपये के 28 सड़क निर्माण कार्यों की मंच से ही तत्काल स्वीकृति प्रदान की। श्री गड़करी ने इस अवसर पर रायगढ़ से धरमजयगढ़ सड़क मार्ग को भारतमाला परियोजना में शामिल करते हुए इसका उन्नयन कर राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा दिए जाने की भी घोषणा की। श्री गड़करी ने इसके अलावा 1759 करोड़ रूपए के लगभग 388 किलोमीटर लम्बी 6 सड़कों के पुनर्वास और उन्नयन कार्यो की भी स्वीकृति प्रदान की।
       स्वीकृति इन कार्यों में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 930 पर झलमला से शेरपुर तक 37 किलोमीटर लम्बी सड़क निर्माण के लिए 268 करोड़ 11 लाख रुपए, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 पर छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमा पर गांव मदनगुड़ा से खुटगांव तक लगभग 28 किलोमीटर लम्बी सड़क निर्माण के लिए  169 करोड़ 60 लाख रुपए, राष्ट्रीय राजमार्ग 930 पर शेरपुर से कोहका तक 47 किलोमीटर सड़क के लिए 368 करोड़ 70 लाख रुपए, राष्ट्रीय राजमार्ग 130 पर मुंगेली से पोंडी तक 42 किलोमीटर लम्बी सड़क के लिए 304 करोड़ 44 लाख रुपए, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 पर तखतपुर, मंगेली, पण्डरिया और पोण्डी बायपास हेतु 26 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए 229 करोड़ 12 लाख रूपए तथा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 सी के अंतर्गत अभनपुर से पोण्ड तक 31 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए 263 करोड़ रूपए शामिल हैं। श्री गड़करी ने 17 शहरों में बायपास निर्माण हो जाने के बाद लगभग उपेक्षित आन्तरिक सड़कों के सुधार कार्य के लिए 157 करोड़ रूपए की मंजूरी दी। उन्होंने सीआरएफ मद के अंतर्गत 5 सड़कों के निर्माण के लिए  458 करोड़ 73 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की।
लगभग 4,251 करोड़ के 8 कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन
       नगर निगम भिलाई चरौदा के दशहरा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में 4,251 करोड़ के 8 राष्ट्रीय राजमार्ग और फ्लाई ओव्हरों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया। साथ ही विभिन्न योजनाओं के तहत 25 हजार 824 हितग्राहियों को 73 लाख रूपए के सामग्री वितरण भी किया गया। जिन कार्यों का  लोकार्पण किया गया है, इनमें आरंग-सरायपाली मार्ग (राष्ट्रीय मार्ग-53) लागत 1472 करोड़ रूपए, रायपुर-दुर्ग मार्ग का चौड़ीकरण (राष्ट्रीय मार्ग-53) लागत 48 करोड़ रूपए, राज्य प्रवर्तित योजना अंतर्गत पालिका बाजार लागत लगभग 10 करोड़ रूपए, राज्य प्रवर्तित सांस्कृतिक भवन योजना अंतर्गत वार्ड क्रमांक 18 व 19 में सामुदायिक भवन निर्माण लागत 1.62 करोड़ रूपए और राज्य प्रवर्तित योजना अंतर्गत जी.ई.रोड में उद्यान निर्माण लागत 50 लाख रूपए शामिल है। इसी प्रकार जिन कार्यों का भूमिपूजन किया गया। इनमें 2281 करोड़ रूपए लागत के रायपुर-दुर्ग बायपास (राष्ट्रीय मार्ग-53) का निर्माण कार्य, 349 करोड़ रूपए लागत के रायपुर-दुर्ग के मध्य चार फ्लाई ओव्हर निर्माण कार्य और 89 करोड़ रूपए लागत के रायपुर शहर के टाटीबंध जंक्शन पर फ्लाई ओव्हर निर्माण शामिल है।
कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 710 हितग्राहियों को नगरीय आबादी पट्टा का वितरण किया गया। साथ ही 20 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना अंतर्गत गैस कनेक्शन, कृषि यांत्रिकीकरण सब-मिशन अंतर्गत 3 हितग्राहियों को 1.88 लाख रूपए लागत के पावर टिलर, टेªक्टर और कल्टीवेटर वितरण किया गया। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत 2 हितग्राहियों को 49 हजार लागत के दो स्प्रिंकलर, शाकम्बरी योजना अंतर्गत 3 हितग्राहियों को 48 हजार लागत के डीजल पम्प, सौर सुजला योजना अंतर्गत 5 हितग्राहियों को 3 एच.पी. का सोलर पम्प का वितरण, एन.आर.एल.एम. के अंतर्गत 5 स्व-सहायता समूहों को 19.49 लाख रूपए का चेक वितरण, प्रधानमंत्री सृजन रोजगार अंतर्गत 5 हितग्राहियों को 37.75 लाख रूपए का चेक वितरण, दीनदयाल अंत्योदय योजना अंतर्गत राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के 47 स्व-सहायता समूहों को 4.70 लाख रूपए आवर्ती निधि का चेक वितरण, 3 हितग्राहियों को 1.50 लाख रूपए का समूह ऋण का चेक वितरण, एक हितग्राही को 50 हजार रूपए का व्यक्तिगत ऋण राशि का चेक वितरण, 10 हितग्राहियों को कौशल प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरण, अपस्पृयता निवारणार्थ अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना अंतर्गत 2 हितग्राहियों को 5 लाख रूपए, सक्षम योजना अंतर्गत एक हितग्राही को 40 हजार रूपए का चेक, छत्तीसगढ़ महिला कोष से 2 महिला स्व-सहायता समूह को 80 हजार रूपए  का चेक, स्काई योजना अंतर्गत 5 हितग्राहियों के निःशुल्क मोबाईल वितरण किया गया। दुर्ग जिले के मनरेगा मजदूरों को टिफिन योजना का शुभारंभ भी किया गया। योजना अंतर्गत दुर्ग जिले के मनरेगा के 25 हजार मजदूरों को टिफिन वितरण किया गया।
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