कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद भी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का मुद्दा सुलझता नहीं दिख रहा है। पार्टी सूत्रों की मानें तो मंगलवार सुबह दिल्ली के नेताओं के साथ बैठक में राहुल गांधी ‘आप’ के साथ गठबंधन पर सहमत दिखे। लेकिन, दिल्ली के नेताओं में गठबंधन पर अभी भी सहमति बनती नहीं दिख रही है। .
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर लगभग एक महीने से चल रही अटकलें समाप्त होने का नाम नहीं ले रही हैं। मंगलवार सुबह 10:30 बजे पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर बैठक बुलाई थी। सूत्रों की मानें तो इसमें दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित और पार्टी के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको शामिल थे। बैठक में दिल्ली के राजनीतिक हालात और आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन पर विशेष चर्चा की गई। सूत्रों की मानें तो बैठक में राहुल गांधी ने पूछा कि बिना गठबंधन के कांग्रेस क्या सातों सीट जीत सकती है। इस पर सटीक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने पूछा कि क्या सातों सीटों पर पार्टी दूसरे नंबर रहेगी। लेकिन, इस पर निश्चित उत्तर नहीं मिलने के बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के लिए आगे बढ़ने का सुझाव दिया।
माना जा रहा है कि पार्टी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करके तीन सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। बाद में पार्टी का घोषणापत्र जारी करने के मौके पर भी दिल्ली में गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल गांधी ने हालांकि निश्चित जवाब तो नहीं दिया, लेकिन उन्होंने कहा कि इस पर कोई भ्रम नहीं है। स्थिति साफ है। हम गठबंधन को लेकर साफ हैं और हमारा रुख लचीला है। राहुल गांधी के इस जवाब को भी दिल्ली में ‘आप’ से गठबंधन को लेकर सहमति का संकेत माना जा रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले भी राहुल गांधी के साथ गठबंधन पर कोई फैसला नहीं निकला था। लेकिन, तब भी सकारात्मक संकेत दिए गए थे।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस-आप में गठबंधन को लेकर राहुल गांधी ने सकारात्मक संकेत दिए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा है कि गठबंधन पर बातचीत का कोई रास्ता निकल सकता है।स्थानीय नेताओं का विरोध भी इस राह में रोड़ा है। हालांकि प्रदेश कांग्रेस के एक गुट का नजरिया गठबंधन को लेकर सकारात्मक है, क्योंकि उसका मानना है कि इससे कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ेगा और उसे लोकसभा की एक दो सीट भी मिल सकती है। बहरहाल, जो भी हो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में गठबंधन की उम्मीदें अभी बरकरार हैं।